LIVE : पाकिस्तान का विरोध कर रहे लोगों पर तालिबान की फायरिंग, 2 की मौत व 8 घायल

Wednesday, Sep 08, 2021 - 06:28 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्कः अफगानिस्तान में पाकिस्तान के खिलाफ रोष बढ़ता जा रहा है। अफगान लोग पाक सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतर आए हैं और  प्रदर्शन कर रहे  हैं। पश्चिमी अफगानिस्तान के शहर हेरात में इस विरोध पर  भड़के तालिबान ने प्रदर्शनकारियों पर फायरिंग कर दी जिसमें दो नागरिकों की मौत हो गई व आठ लोग घायल हो गए।  इससे पहले तालिबान ने काबुल में भी प्रदर्शन कर रहे लोगों को रोकने के लिए हवाई फायरिंग की थी। अफगानिस्तान से जुड़ी हर हर खबर के लिए जुड़े Punjabkesari.in के साथ...

Live Updates:-

  • मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, हेरात की घटना मंगलवार की है। गोली लगने के बाद मृतकों को अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। नाम न लेने की शर्त पर डॉक्टर ने बताया कि मृतकों के शरीर पर गोली के निशान थे।
     
  • मंगलवार को अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में  सैकड़ों लोगों ने पाकिस्तान के दूतावास के बाहर विरोध-प्रदर्शन किया और पाकिस्तान के खिलाफ नारे भी लगाए। इन प्रदर्शनकर्ताओं में ज्यादातर महिलाएं शामिल थीं। अफगानिस्तान में महिलाएं अपने हकों के लिए आवाज उठा रही हैं और तालिबान से कड़ी टक्कर ले रही हैं।

  • महिलाओं की बहादुरी को दिखाती हुई अफगानिस्तान से एक तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है जिसमें एक अफगान महिला सशस्त्र तालिबानी जवान के सामने खड़ी है। तस्वीर में दिखाया गया है कि तालिबान के जवान ने महिला पर बंदूक तान रखी है और महिला बिना डरे-सहमे उसका सामना कर रही है।
     
  • इस तस्वीर को रॉयटर्स के पत्रकार ने लिया है और लेने के कुछ घंटों में ही यह तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो गई, जिसमें अफगानिस्तान में महिलाओं के दृढ़ संकल्प को दर्शाया गया है। तालिबान के खिलाफ किए गए विरोध-प्रदर्शन में कम से कम तीन रैलियां आयोजित की गईं थीं। इन विरोधों में ज्यादातर महिलाओं ने भाग लिया।  तालिबान, खास तौर पर महिलाओं केअधिकारों का दमन करने के लिए और उनके प्रति क्रूरता के लिए जाना जाता है।

  • तालिबान द्वारा नई सरकार के गठन के निमंत्रण पर रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा कि रूस अफगान सरकार के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होगा और तालिबान सरकार का समर्थन करेगा, लेकिन तभी जब सरकार में सभी गुट एक साथ आएंगे।  
     
  • अमरीकी विदेश मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि उनके देश ने अपने 4 नागरिकों को अफगानिस्तान से जमीन के रास्ते तीसरे देश पहुंचाने में मदद की है। अमरीका की अपने सैनिकों की युद्धग्रस्त देश से वापसी के बाद नागरिकों की निकासी का यह पहला प्रयास है।
     
  • अफगानिस्तान के उत्तरी शहर मजार-ए-शरीफ में फंसे उन अफगानों को निकासी के लिए परिचालित होने वाली चार्टर्ड उड़ानों में सवार होने की अनुमति दी जाएगी, जिनके पास वैध वीजा और पासपोर्ट हैं।
  • संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकार मामलों के संयोजन कार्यालय (ओ.सी.एच.ए.) ने कहा कि अफगानिस्तान में मूलभूत सेवाएं, खाद्य और अन्य सहायता कार्य ठप्प पड़ते जा रहे हैं। ओ.सी.एच.ए. के प्रवक्ता जेन्स लार्क ने जेनेवा में संयुक्त राष्ट्र संबोधन में कहा कि अफगानिस्तान के करीब 1.1 करोड़ लोगों के लिए 60 करोड़ डालर की सहायता की आवश्यकता है।
     
  • अफगानिस्तान छोडऩे से पहले अमरीकी सैनिक अरबों डॉलर के हथियारों और वाहनों को बर्बाद कर गए। स्थानीय अफगान मीडिया ने तालिबान के हवाले से यह बात कही है। सोमवार को तालिबान ने पत्रकारों को सी.आई.ए. के पूर्व ऑप्रेशनल सैंटर के अंदर जाने की इजाजत दी थी। इस दौरान उसने बताया कि अमरीकी सैनिकों ने यहां से जाने से पहले सभी मिलिट्री उपकरणों, वाहनों और कागजों को आग लगा दी थी। टोलो न्यूज ने इस बारे में खबर दी है।
     
  • अफगानिस्तान में अमरीकी संगठन के लिए काम करने वाली एक महिला अफगान कर्मी ने बताया कि तालिबान ने देश से बाहर निकालने के लिए परिचालित विशेष विमान में उन्हें और अन्य सैंकड़ों लोगों को सवार होने से रोक दिया है। पहचान गुप्त रखते हुए महिला ने मंगलवार को बताया कि अगर तालिबान उनकी पहचान करते हैं तो उन्हें अपनी सुरक्षा का डर है।  

  • अफगानिस्तान से अमरीकी सैनिकों की वापसी के बाद तालिबान की सरकार निर्माण प्रक्रिया के बीच अमरीकी सीनेटर ग्राहम लिंडसे ने कहा कि नब्बे के दशक को एक बार फिर दोहराया जा रहा है, आतंकवाद अभी भी एक बड़ा खतरा है इसलिए अमरीकी सेना को भविष्य में फिर से अफगानिस्तान जाना होगा। तालिबान की विचारधारा आधुनिक आवश्यकताओं के खिलाफ है और वह अफगानिस्तान में सख्त कानून और सरकार स्थापित करेगा जो हमें परेशान कर सकती है।  
     
  • पंजशीर प्रांत पर तालिबान के हमलों के खिलाफ ईरान खुलकर सामने आ गया है। ईरान ने हमलों की कड़ी निंदा करते युद्धरत पक्षों से हुए विवादों को सुलझाने के लिए आपसी बातचीत का रास्ता अपनाने की अपील की। ईरानी विदेश कार्यालय के प्रवक्ता सईद खतीबजादा ने राजधानी तेहरान में क्षेत्र की स्थिति चिंता का विषय है। किसी भी पक्ष को स्थिति को भाइयों की हत्या में परिणत नहीं होने देना चाहिए।
     
  • तालिबान राजनीतिक कार्यालय के प्रवक्ता सोहेल शाहीन ने कहा कि हम अफगानिस्तान के पुनर्निर्माण में अमरीका की संभावित भूमिका का स्वागत करते हैं। एक रूसी चैनल के साथ एक साक्षात्कार में शाहीन ने कहा कि तालिबान वाशिंगटन से संबंधों के लिए तैयार है। अगर अमरीका अफगानिस्तान के पुनॢनर्माण में भूमिका निभाना चाहता है तो हम उसका स्वागत करेंगे। तालिबान का इसराईल के साथ कोई संबंध नहीं होगा।

Tanuja

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