ताइवान के राष्ट्रपति को मध्यावधि चुनावों में झटका, सत्ताधारी पार्टी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया

Saturday, Nov 24, 2018 - 10:22 PM (IST)

ताइपेईः ताइवान के राष्ट्रपति साई इंग-वेन ने शनिवार को मध्यावधि चुनावों में सत्ताधारी डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी (डीपीपी) को मिली करारी शिकस्त के बाद पार्टी के नेता पद से इस्तीफा दे दिया। चुनावों में डीपीपी की इस हार के बाद वर्ष 2020 में इंग-वेन के फिर से राष्ट्रपति चुने जाने की संभावना काफी कम हो गई है। चीन के प्रति वफादार मानी जाने वाली मुख्य विपक्षी कुओमितांग (केएमटी) ने इस द्वीपीय देश में चीन के बढ़ते प्रभाव के बीच मध्यावधि चुनावों में बढ़त हासिल की है।

ताइवान में समलैंगिक विवाह पर हुए जनमत संग्रह के नतीजे का इंतजार है। समलैंगिक अधिकार कार्यकर्ताओं को डर है कि रूढि़वादियों की जीत से एक बार फिर उनकी मांग पर कोई सकारात्मक कदम नहीं उठाया जाएगा। साई और डीपीपी को पेंशन में कटौती, चीन से बिगड़ते रिश्तों सहित कई घरेलू सुधारों को लेकर आलोचना का सामना करना पड़ रहा है। चीन स्वशासित ताइवान को अपने क्षेत्र का हिस्सा मानता है जिसके फिर से एकीकरण की जरूरत है। साई ने पत्रकारों को बताया कि वह पार्टी के अध्यक्ष के तौर पर हार की ‘‘पूरी जिम्मेदारी’’ लेते हैं। 

उन्होंने कहा, ‘‘मैं डीपीपी के अध्यक्ष के पद से इस्तीफा देता हूं। हमारे प्रयास नाकाफी थे और हमने अपने उन समर्थकों को निराश किया जिन्होंने हमारे साथ लड़ाई लड़ी। मैं माफी मांगना चाहता हूं।’’ केएमटी को 22 शहरी और काउंटी सीटों में से 15 पर जीत मिली है। डीपीपी को सिर्फ छह सीटों पर जीत मिली। उसे 20 साल में पहली बार अपने गढ़ काओहसियुंग सिटी में भी हार का सामना करना पड़ा। पिछले चुनाव में डीपीपी को 13 और केएमटी को छह सीटें मिली थी। ताइपेई के मेयर के लिए हुए चुनाव के नतीजे अभी घोषित नहीं हुए हैं।      

Pardeep

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