30 दिन की बच्ची काे बचाने वाला फूट-फूटकर राेया, देखें तस्वीरें

Saturday, Oct 01, 2016 - 05:52 PM (IST)

दमिश्कः सीरिया में गुरुवार को रूस की बमबारी की वजह से इदलिब और अलेप्पो शहर की इमारतें ढह गई थीं। बमबारी रुकते ही तुरंत लाेगाें काे निकालने के लिए रेस्क्यू ऑप्रेशन शुरू हुआ। अचानक रेस्क्यू कर रहे अबू किफा ने देखा कि मलबे में दबी एक बच्ची की सांसें चल रही हैं। खुशी के मारे वो चीखा या अल्लाह और उसके आंसू बह निकले। उसने बच्ची को बाहों में भर लिया। 

खुशियां भर देती हैं बेटियां
इतना ही नहीं, जब तक एंबुलेस ने उन्हें अस्पताल नहीं पहुंचाया, वह बच्ची को ऐसे ही संभाले रहा। उसने बताया कि भले वो मेरी बेटी नहीं थी, पर मुझे उसके बचने की खुशी है। बेटियां तो ऐसी ही होती हैं, जिस गोद में जाती हैं, खुशियां भर देती हैं। 

यहां जिंदगी जीना दूभर हो गया है
सीरियन अमेरिकन मेडिकल सोसायटी के नर्स मोहम्मद अबू रजाब ने बताया कि अलेप्पो में जिंदगी जीना कठिन हो गया है। सारे अस्पताल भर गए हैं और स्पेशलिस्ट्स डॉक्टर की कमी हो गई है। मरीजाें और घायलों को दवाइयां भी टाइम पर नहीं मिल पा रही हैं। बता दें कि रूस की बमबारी में अभी तक हजारों लोगों की जान जा चुकी है और करीब एक लाख बच्चे अनाथ हो गए हैं। गुरुवार को हुई बमबारी में 11 सीरियाई नागरिकों की मौत हो गई, जिनमें सात बच्चे भी थे।

Advertising