सीरिया में केमिकल अटैक से जुड़ी इस तस्वीर ने पूरी दुनिया को दहला दिया

Thursday, Apr 06, 2017 - 03:30 PM (IST)

दमिश्क: मां-बाप के लिए उनके बच्चे ही दुनिया की सबसे बड़ी खुशी होते हैं। आंखों का तारा, घर की रौनक और दिल का टुकड़ा ना जाने कई ऐसी शब्द हैं जो इस दुनिया में मां-बाप ने अपने बच्चों के लिए गढ़े हैं। लेकिन जब यही बच्चे उनसे छीन लिए जाते हैं तो मानों उनकी दुनिया ही उजड़ जाती है।

 

इंसानियत को शर्मशार करने वाली 3 वर्षीय सीरियाई मासूम अयलान कुर्दी और 5 वर्षीय उमरान दकनीश के बाद अब जुड़वा सीरियाई मासूमों की तस्वीर ने एक बार फिर से दुनिया को झकझोर कर रख दिया है। सोशल मीडिया पर एक पिता की अपने बच्चों के साथ तस्वीर खूब वायरल हो रही है। इस तस्वीर में एक शख्स अपने नौं महीने के दो जुड़वा बच्चों को गोद में लिए उनकी तरफ देख रहा है। यह तस्वीर सीरिया की है और तस्वीर में दिखाई दे रहे शख्स का नाम अबदेल हमीद अलयूसुफ है। मंगलवार को नॉर्थ सीरिया में केमिकल हमला किया गया, जिसमें हमीद ने अपने दो जुड़वा बच्चों आया और अहमद, अपनी पत्नी सहित अन्य रिश्तेदारों को खो दिया। हमीद ने आखिरी बार अपने बच्चों को अलविदा कहा।


इस पिता ने अपने 9 महीने के दो जुड़वा बच्चों को बेहद भावुक होकर दफनाया। पिता ने दोनों को गोद में लिया हुआ था और वह रोते हुए बच्चों के बाल सहला रहे थे। दफनाने ने पहले पिता ने कहा,“कहो अलविदा, बेटा, अलविदा कहो।”इसके बाद अब्दुल हमीद अल-यूसुफ ने परिवार के 22 लोगों के साथ बच्चों को भी दफना दिया। इस कैमिकल अटैक में 100 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है, जिसमें से अधिकतर बच्चे हैं। इस हमले में सबसे ज्यादा नुकसान अल-यूसुफ के परिवार को हुआ। अल-यूसुफ ने अपनी पत्नी, दो भाईयों और भतीजों समेत परिवार के 22 लोगों को खोया है। इस तस्वीर में हमीद गाड़ी के गेट पर बैठे है और अपने बच्चों को गोद में लिए दिखाई पड़ रहे हैं और इस आखिरी पल को उन्होंने कैमरे में कैद किया। हमीद ने अपने चचेरे भाई अला से गुजारिश की कि वह इस विदाई की घड़ी का वीडियो बनाएं।


हमीद ने मीडिया से बातचीत के दौरान बताया,”जब यह हमला हुआ मैं उनके पास ही था। मैंने अपने बच्चों और पत्नी को घर से बाहर निकाला। कुछ देर तक ये होश में थे लेकिन दस मिनट बाद ही हमीद की पत्नी दलाल अहमद और उनके बच्चों की हालत बिगड़ गई। घटना के बाद हमीद उन्हें अस्पताल लेकर गए और हमीद ने अपनी आंखों के सामने वह सब कुछ खो दिया जिससे उनकी दुनिया में रौनक थी। इस हमले में हमीद ने अपने दो भाई, दो भतीजे और एक भतीजी को खो दिया।

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