सीरिया ने हवाई हमला कर विद्रोहियों को उतारा मौत के घाट

Wednesday, Feb 21, 2018 - 08:06 PM (IST)

नई दिल्ली: सीरिया ने दो दिन में हवाई हमला कर अपने ही 250 विद्रोहियों को मौत के घाट उतार दिया है। 21 फरवरी को मीडिया से बात करते हुए सीरियाई सेना ने बताया कि दश्मिक में 2013 के बाद ऐसी कार्रवाई हुई है। सीरिया के सहायता संगठनों के कार्यकताओं ने बताया कि सीरिया की राजधानी दश्मिक में 2013 के बाद इतनी बड़ी हिंसक घटना हुई है। इस घटना में 50 से अधिक बच्चों के भी मारे जाने की पुष्टि हुई है। वहीं संयुक्त राष्ट्र ने सीरिया को चेताया है कि हालात नियंत्रण से बाहर हो रहे हैं।

मानवीय उल्लंघन की घटनाएं बढ़ रहीं
संयुक्त राष्ट्र ने कहा कि सोमवार और मंगलवार को हमले में कम से कम 6 अस्पतालों को निशाना बनाया गया था। संयुक्त राष्ट्र के प्रवक्ता रीयाल लेबलांक ने कहा कि नागरिकों, अस्पतालों और स्कूलों में हो रही हिंसा की हम पूरी तरह से निंदा करते हैं। सीरिया में मानवीय कानून का उल्लंघन अपनी सीमाएं पार कर रहा है। उन्होंने कहा कि हम सीरिया से अपील करते हैं कि वे हिंसा को जल्द से जल्द खत्म करें। वहीं पूर्वी गौता से आ रही रिपोर्ट पर सीरियाई सेना ने अबतक कोई जबाबा नहीं दिया है। लेकिन सेना ने कहा कि जहां से उसके ऊपर हमले किये गए हैं, वहां उसने निशाना बनाकर हमले किए हैं।


लोगों की मदद के लिए युद्ध विराम का अनुरोध
ओलेप्पो के सांसद फारिस शहाबी ने कहा कि सरकार आतंकवादियों पर हमला कर रही है, न कि नागरिकों पर। वहीं ब्रिटेन में स्थित सीरिया के निगरानी समूह ने ऑव्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइटस के अनुसार, दो दिन हुए हवाई और जमीनी हमले में लगभग 250 लोग मारे गए हैं। दश्मिक में 2013 के बाद रासायनिक हमले में पिछले 48 घंटों में सबसे ज्यादा मौतें हुई हैं। वहीं संयुक्त राष्ट्र ने सीरिया से युद्ध विराम के लिए कहा है, जिससे लोगों को मानवीय मदद मिल सके, घायलों को वहां से निकाला जा सके। दरअसल सीरिया सरकार में ही विद्रोही समर्थक आफरिन में घुसपैठ कर चुके हैं। इससे इलाके में तुर्की सेना की ओर तुरंत कार्रवाई की संभावना बढ़ गई है। 

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