सिडनी एयरपोर्ट पर कार्यरत कर्मचारी की दर्दनाक मौत, क्या कार्यस्थल पर सुरक्षा केवल एक औपचारिकता है?
punjabkesari.in Monday, Sep 08, 2025 - 02:56 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्क : 8 सितंबर 2025 को सिडनी एयरपोर्ट पर एक दुखद और चौंकाने वाली घटना सामने आई, जब एक फ्रेट हैंडलिंग टर्मिनल पर काम कर रहे एक कर्मचारी की ड्यूटी के दौरान मौत हो गई। बताया जा रहा है कि यह व्यक्ति, जिसकी उम्र 40 के आसपास थी, सुबह लगभग 10:30 बजे एक वाहन की चपेट में आ गया।
पैरामेडिक्स की टीम ने मौके पर पहुंचकर घायल व्यक्ति को बचाने की कोशिश की, लेकिन उसकी हालत इतनी गंभीर थी कि उसे बचाया नहीं जा सका। इस घटना ने न केवल एयरपोर्ट स्टाफ को झकझोर दिया है, बल्कि एक बार फिर यह सवाल उठाया है कि क्या हम अपने कार्यस्थलों को वाकई सुरक्षित बना पा रहे हैं?
क्या होता है फ्रेट हैंडलिंग टर्मिनल?
फ्रेट हैंडलिंग टर्मिनल वह स्थान होता है जहाँ हवाई माल (एयर कार्गो) को लोड और अनलोड किया जाता है। इस प्रक्रिया में भारी मशीनों, फोर्कलिफ्ट्स, कंटेनरों और ट्रकों का उपयोग होता है। ऐसे वातावरण में कार्य करना हमेशा जोखिम से भरा होता है, और इसीलिए सुरक्षा नियमों का कड़ाई से पालन अत्यावश्यक होता है। लेकिन यह घटना दर्शाती है कि या तो सुरक्षा उपायों में कोई चूक हुई है, या फिर मानकों को पूरी तरह से लागू नहीं किया गया।
पुलिस और 'सेफवर्क' की जांच शुरू
घटना के तुरंत बाद NSW पुलिस और SafeWork NSW ने जांच शुरू कर दी है। उनका प्राथमिक उद्देश्य यह पता लगाना है कि हादसा कैसे हुआ और इसमें किसकी लापरवाही जिम्मेदार हो सकती है। क्या वाहन चालक ने गलती की? क्या मृतक कर्मचारी किसी ऐसे क्षेत्र में काम कर रहा था जहाँ उसे नहीं होना चाहिए था? या फिर सुरक्षा गाइडलाइंस का पालन नहीं किया गया?
जांच की रिपोर्ट आने के बाद ही यह स्पष्ट होगा कि यह एक "दुर्घटना" थी या "उपेक्षा" का नतीजा।
सहकर्मियों और एयरपोर्ट स्टाफ में शोक की लहर।
मृतक के सहकर्मी और अन्य स्टाफ गहरे सदमे में हैं। एक साथी कर्मचारी ने कहा, "हम रोज़ जोखिम उठाते हैं, लेकिन उम्मीद करते हैं कि कंपनी हमें सुरक्षित काम करने का माहौल देगी। आज एक ज़िंदगी चली गई, और हम सब डरे हुए हैं।"
एयरपोर्ट अथॉरिटी और संबंधित कंपनी ने मृतक के परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की है और कहा है कि वे हरसंभव मदद उपलब्ध कराएंगे। साथ ही, जांच में पूरा सहयोग दिया जाएगा।
कार्यस्थल पर सुरक्षा: एक गंभीर चिंता
ऑस्ट्रेलिया जैसे विकसित देश में भी कार्यस्थलों पर होने वाले हादसे आम बात बनते जा रहे हैं। 2024 में ही देशभर में सैकड़ों वर्कप्लेस एक्सीडेंट दर्ज किए गए, जिनमें कई कर्मचारियों की मौत भी हुई। हालाँकि सरकार ने SafeWork Australia जैसे संस्थानों के ज़रिए कार्यस्थल सुरक्षा के कई नियम बनाए हैं, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है। अधिकतर कंपनियाँ इन नियमों का पालन केवल कागज़ों तक सीमित रखती हैं।
यह घटना इस बात का उदाहरण है कि सुरक्षा नियमों का पालन अगर ईमानदारी से नहीं किया जाए, तो उसके परिणाम कितने भयावह हो सकते हैं।
क्या होना चाहिए आगे?
इस घटना के बाद कई अहम कदम उठाने की आवश्यकता है:
सुरक्षा निरीक्षणों में पारदर्शिता: सुरक्षा ऑडिट केवल औपचारिकता बनकर न रह जाए।
स्टाफ को नियमित ट्रेनिंग: कर्मचारियों को खतरों और उनसे निपटने के तरीकों की निरंतर जानकारी दी जाए।
उच्च-स्तरीय जांच और जवाबदेही: जिस कंपनी या प्रबंधन की लापरवाही सामने आए, उस पर सख्त कार्रवाई की जाए।
मानसिक स्वास्थ्य सहायता: हादसे के गवाह बने कर्मचारियों को काउंसलिंग उपलब्ध कराई जाए।