सुषमा ने मॉरीशस के शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात की, द्विपक्षीय संबंधों पर की चर्चा

Sunday, Aug 19, 2018 - 10:13 PM (IST)

पोर्ट लुई : विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने मॉरीशस के शीर्ष नेतृत्व के साथ रविवार बातचीत की। इस दौरान दोनों देशों ने द्विपक्षीय संबंधों और समुद्री सुरक्षा के क्षेत्र में सहयोग को और मजबूत बनाने के उपायों पर चर्चा की। 11 वें विश्व हिंदी सम्मेलन में भाग लेने आईं स्वराज ने मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद कुमार जगन्नाथ से मुलाकात की और द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा की। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने अपने ट्वीट में कहा, कि एक समुद्री पड़ोसी से जुडऩा।

सुषमा स्वराज ने मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद कुमार जगन्नाथ से मुलाकात की। हमारे विशेष संबंधों को और प्रगाढ़ बनाने पर चर्चा की प्रधानमंत्री जगन्नाथ ने स्वराज के सम्मान में दोपहर का भोज दिया जिसमें दोनों पक्षों के प्रमुख गणमान्य लोगों ने भाग लिया। स्वराज ने तीन दिवसीय विश्व हिंदी सम्मेलन से इतर देश के विपक्ष के नेता जेवियर लुक दुवाल, पूर्व प्रधानमंत्री नवीन चंद्र रामगुलाम और पॉल बेरेंगर से भी मुलाकात की। विश्व हिंदी सम्मेलन की शुरुआत शनिवार को हुई। बैठक में, बेरेंगर ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के निधन पर शोक प्रकट किया और हमारे द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत बनाने में उनके द्वारा निभाई गई भूमिका को याद किया। 

अप्रैल में, लंदन में बहुपक्षीय राष्ट्रमंडल देशों के सरकार प्रमुखों की बैठक (चोगम) में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जगन्नाथ से मुलाकात की थी और व्यापार और निवेश, समुद्री सहयोग और दोनों देशों की जनता के बीच संबंधों में सहयोग के बारे में चर्चा की थी।  2017 में, भारत ने मॉरीशस को 50 करोड़ अमरीकी डॉलर का ऋण देने की घोषणा की थी। दोनों देशों ने हिंद महासागर क्षेत्र में समुद्री सुरक्षा के क्षेत्र में सहयोग को मजबूत करने का फैसला किया था। दोनों पक्षों ने समुद्री सुरक्षा समझौते पर भी हस्ताक्षर किए। इससे पहले, स्वराज ने महात्मा गांधी इंस्टीट््यूट में पाणिनी भाषा प्रयोगशाला का उद्घाटन किया। 

shukdev

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