वैज्ञानिकों को मिले पुख्ता सबूतः तेजी से फैल रहा कोरोना का नया रूप, लेकिन नहीं करता बीमार

Monday, Jul 13, 2020 - 12:23 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्कः कोरोना वायरस महामारी को लेकर रोजाना कई तरह के महत्वपूर्ण अध्ययन सामने आ रहे हैं। दुनिया भर के वैज्ञानिक इशकी खोज में लगे हुए हैं। एक वैश्विक अध्ययन से इस बात के पुख्ता सबूत मिले हैं कि कोरोना वायरस का एक नया रूप यूरोप से अमेरिका में फैल गया है। शोधकर्ताओं की एक अंतरराष्ट्रीय टीम द्वारा की गई रिसर्च रिपोर्ट के अनुसार वायरस के बदले रूप से लोगों को संक्रमित करने की अधिक संभावना है लेकिन इसमें आए बदलावों के कारण यह पहले की तुलना में लोगों को बीमार नहीं बनाता है।

ला जोला इंस्टीट्यूट फॉर इम्यूनोलॉजी और एरोनोवायरस इम्यूनोथेरेपी कंसोर्टियम के एरिका ओल्मन सैफायर, जिन्होंने अध्ययन पर काम किया, ने बताया"यह अब लोगों को संक्रमित करने वाला प्रमुख रूप है," जर्नल सेल में प्रकाशित यह अध्ययन, कुछ पुराने कामों पर आधारित है, जो टीम ने पहले वर्ष में एक प्रिप्रिंट सर्वर पर जारी किया था। आनुवंशिक अनुक्रमों पर साझा जानकारी ने संकेत दिया था कि वायरस का एक निश्चित उत्परिवर्ती संस्करण खत्म हो रहा था। अब टीम ने न केवल अधिक आनुवांशिक अनुक्रमों की जाँच की है, बल्कि उन्होंने प्रयोगशाला के व्यंजनों में लोगों, जानवरों और कोशिकाओं से जुड़े प्रयोग भी किए हैं, जो उत्परिवर्तित संस्करण को दिखाते हैं कि अन्य संस्करणों की तुलना में अधिक संक्रामक है।

इससे पहले वैज्ञानिकों ने दावा किया था कि कोरोना वायरस महामारी का संक्रमण पूरी दुनिया में अभी भी लगातार फैलता ही जा रहा है और उस पर लगाम लगाना नामुमकिन सा हो गया है। भारत में भी पिछले कुछ दिनों से कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में तेजी से बढ़ोत्तरी हुई है और उसे देखते हुए लोगों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी जा रही है। दुनिया के कई डॉक्टरों और वैज्ञानिकों के द्वारा इस बात पर लगातार सहमति जताने की बात की जा रही थी कि कोरोना वायरस का संक्रमण शायद हवा के जरिए भी फैल रहा है। पहले WHO इस बात को मानने से इनकार कर रहा था लेकिन कुछ विशेष मामलों और इस बात के सुबूतों की पुष्टि करने के बाद अब उसने इस बारे में नया बयान जारी किया है, जिसके बारे में आपको जरूर जानना चाहिए।

दुनिया के लगभग 32 देशों के वैज्ञानिकों ने पिछले दिनों तेजी से बढ़ रहे संक्रमण के मामले को देखते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) से इस बात के सुबूत दिए थे कि कोरोना वायरस हवा के जरिए भी फैल रहा है। इसके साथ ही यह अपील की जा रही कि WHO कोरोना वायरस के संक्रमण फैलने के माध्यम में, हवा को भी शामिल करें। इस पर डब्ल्यूएचओ ने सहमति जताने से इनकार करते हुए कहा था कि बिना इसकी पुष्टि के यह नहीं कहा जा सकता कि कोरोना वायरस हवा के जरिए भी फैल सकता है।

Tanuja

Advertising