अब S&P ग्लोबल ने खोली पाकिस्तान की बिगड़ी अर्थव्यवस्था की पोल

Sunday, Jul 31, 2022 - 03:49 PM (IST)

इस्लामाबाद: पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति दिन ब दिन और बिगड़ती जा रही है जिस कारण देश के हालात श्रीलंका जैसे  बनते जा रहे हैं। मूडी, फिच के बाद अब एस एंड पी ग्लोबल ने  पाकिस्तान की कंगाली की पोल खोली है।  मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, देश की कमजोर होती आर्थिक स्थिति का हवाला देते हुए मूडीज, फिर फिच और अब एसएंडपी ग्लोबल - तीन प्रमुख वैश्विक रेटिंग एजेंसियों ने पाकिस्तान की दीर्घकालिक रेटिंग को स्थिर से नकारात्मक कर दिया है।

 

रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान की बाहरी स्थिति कमजोर है, वस्तुओं की ऊंची कीमतें हैं और अमेरिकी डॉलर की तुलना में इसकी मुद्रा में भारी गिरावट देखी जा रही है। दक्षिण एशियाई राष्ट्र स्पष्ट रूप से डिफ़ॉल्ट के कगार पर था। विश्वसनीय वैश्विक रेटिंग एजेंसियों ने संकेत दिया है कि पाकिस्तान के वित्त मंत्रालय को आर्थिक गिरावट से निपटने के लिए अपनी कमर कस लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर देश का वित्त मंत्रालय उचित कदम उठाता है तो इसे पिछली रेटिंग में वापस लाया जा सकता है लेकिन बड़ा सवाल यह है कि इसे कैसे किया जाएगा। डेली टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, अभी यह बहुत कठिन सवाल है। 

 

आर्थिक क्षेत्र में पाकिस्तान पिछले कई वर्षों से मुश्किल का सामना कर रहा है। आवश्यक वस्तुओं की लगातार बढ़ रही कीमतें, डालर की तुलना में मुद्रा की भारी गिरावट और बढ़ते कर्ज के बोझ ने पाकिस्तान की हालत खराब कर दी है। खराब होती आर्थिक स्थिति के कारण ही अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) स्वीकृत ऋण की निकासी नहीं कर रहा है। ऋण के लिए सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा को अमेरिका से आग्रह करना पड़ा है।सऊदी अरब, यूएई और चीन से कर्ज मिलना बंद होने के बाद पाकिस्तान को यह रास्ता अपनाना पड़ा है। इसी के चलते प्रतिष्ठित क्रेडिट रेटिंग एजेंसियों ने उन बिंदुओं को सार्वजनिक किया है कि जिनके चलते पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था गर्त में चली गई है।

 

बता दें कि कि पाकिस्तान का वित्त मंत्रालय वे कदम नहीं उठा पा रहा है जिससे देश की गिरती अर्थव्यवस्था में रुकावट आ सके। कहा है कि वित्त मंत्रालय अगर कड़े कदम उठाए तो देश की अर्थव्यवस्था पटरी पर आ सकती है और उसकी रेटिंग में भी सुधार हो सकता है।बता दें कि पाकिस्तान को तत्काल अवधि में अपनी अर्थव्यवस्था को स्थिरता देने के लिए सहायता की आवश्यकता है। वर्तमान में जो स्थिति है, वह पाकिस्तान के लिए निवेशकों के विश्वास को पुनर्जीवित करने के लिए एक दूरगामी लक्ष्य की तरह लगता है। अपनी डाउनग्रेड रेटिंग को उलटने के लिए, देश को भारी प्रयास करने होंगे। हालांकि, इससे पहले कि वे बेहतर होना शुरू करें, चीजें अभी और भी खराब हो सकती हैं। इस सब के बीच मुद्रास्फीति 20 प्रतिशत से ऊपर रहने की आशंका है।

Tanuja

Advertising