श्रीलंका के मंत्री ने हथियार घोटाले को लेकर दिया इस्तीफा

Monday, Nov 09, 2015 - 06:58 PM (IST)

कोलंबो: श्रीलंका के एक प्रभावशाली मंत्री ने हथियार संबंधी अवैध कारोबार एवं धनशोधन के मामले की जांच से गुजर रही एक निजी सुरक्षा कंपनी का कथित रूप से बचाव करने को लेकर आज मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया जिसे सत्तारूढ़ गठबंधन के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है। 
 
कानून व्यवस्था एवं जेल सुधार मंत्री तिलक मारापाणा ने अपने सहयोगियों के भारी दबाव के कारण अपना इस्तीफा राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना को भेज दिया। उनके सहयोगी उनकी बर्खास्तगी की मांग कर रहे थे। मारापाणा ने अवंत गराडे के हथियार घोटाले का संसद में यह कहते हुए बचाव किया था कि कंपनी के ऑपरेशन में कुछ अवैध नहीं है। 
 
ऑपरेशन में सरकारी हथियार इस्तेमाल किए गए और विदेशियों को किराये पर दिए गए। मारापाणा अपने इस बयान के बाद इस्तीफा देने के दबाव से गुजर रहे थे। अपने इस्तीफे के कारणों को स्पष्ट करते हुए उन्होंने कहा कि सांसदों और लोगों के मन में संदेह था कि यदि वह मंत्री के तौर पर पद पर बने रहते हैं तो अवंत गारडे जांच ठीक से नहीं होगी।  
 
हालांकि उन्होंने स्पष्ट किया कि बतौर सांसद वह संसद में बने रहेंगे। मारापाणा के बयान की यहां तक सरकार में भी उनके मंत्रिमंडलीय सहयोगियों ने कड़ी आलोचना की थी। बृहस्पतिवार को मंत्रिमंडल की बैठक इस विषय को लेकर तीखी रही थी। उसके बार सिरिसेना ने मतभेद सुलझाने के लिए आज विशेष बैठक बुलायी थी। 
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