चौंका देंगी सलाउद्दीन को लेकर ये खास और खतरनाक बातें !

Tuesday, Jun 27, 2017 - 01:06 PM (IST)

इस्लामाबादः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अमरीकी दौरे से पाकिस्तान को बड़ा झटका लगा है। पाकिस्तान की आस्तीन में पल रहे आतंक के सापों को अब सबक सिखाने की तैयारी हो चुकी है। अमरीका ने पाक की सरपरस्ती में पल रहे आतंकी सैयद सलाउद्दीन को अंतर्राष्ट्रीय आतंकी घोषित कर दिया है। इस फैसले को भारत की ब़ड़ी जीत के तौर पर देखा जा रहा है। इस फैसले ने पाक में मौजूद आतंक के खौफनाक त्रिकोण के लिए खतरे की घंटी बजा दी है जिसका पाकिस्तान पर व्यापक असर देखने को मिलेगा।



पाकिस्तान में मचेगी खलबली 
सैयद सलाउद्दीन उस जमात का चेहरा है, जिसने जेहाद के नाम पर ज़मीन की जन्नत को जहन्नुम बना दिया। लेकिन अब पाकिस्तान की छत्रछाया में पल रहे आतंक के औजारों के लिए खतरे की घंटी बज गई है।मोदी और ट्रंप के हाथ मिलाने से पाकिस्तान में खलबली मचना तय है। सलाउद्दीन के अंतर्राष्ट्रीय आतंकी घोषित होते ही अमरीका में उसकी संपत्तियां जब्त हो जाएंगी।

खौफनाक है ये तिकड़ी
हिजबुल मुजाहिद्दीन आतंकी संगठन के जरिए सलाउद्दीन और उसके गुर्गे कश्मीर में खूनी खेल खेलते हैं। पाकिस्तान इस खूनी खेल को आतंक की लड़ाई बताता है। हिजबुल कश्मीर युवकों को बरगलाकर आतंक के रास्ते पर धकलता है और पाक इसे आज़ादी की लड़ाई के तौर पर पेश करता है। सलाउद्दीन पर चाबुक से पाक को भी झटका लगा है। इसका असर पाकिस्तान में पल रही आतंक की पूरी ज़मात पर पड़ना तय है।  सलाउद्दीन, मसूद अजहर और हाफिज सईद की खौफनाक तिकड़ी है।

अमरीका की पाक को 2 टूक
पाकिस्तान केवल भारत के खिलाफ ही साजिशें नहीं रच रहा बल्कि अफगानिस्तान में हक्कानी नैटवर्क और तालिबान के जरिए भी आतंकी साज़िश को अंजाम दे रहा है। पिछले दिनों अफगानिस्तान में तालिबान पर सबसे बड़ा बम गिरा कर ट्रंप आतंकवाद पर अपने इरादे ज़ाहिर कर चुका है। सलाद्दीन को अंतर्राष्ट्रीय घोषित किए जाने से पाकिस्तान के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे बलोच नेता भी खुश हैं। अमरीका ने 2 टूक शब्दों  मेंसाफ कर दिया है कि आतंक पर वो पाक की दलील नहीं सुनने वाला है।

साजिशों का सरगना खेल रहा दहशत का खौफनाक खेल
हिंदुस्तान की ज़मीन पर सलाउद्दीन 27 साल से दहशत के खौफनाक खेल को अंजाम दे रहा है. एक ज़माने में उसने चुनावी मैदान में ताल भी ठोकी थी। लेकिन नाकाम होने के बाद वो पाकिस्तान की गोद में जा बैठा और बेगुनाहों का ख़ून बहाने की नापाक साजिशों का सरगना बन गया।  सलाउद्दीन भारत के लिए किसी नासूर से कम नहीं।

 भारत के खिलाफ उगलता रहा आग 
पटानकोर्ट एयरबेस पर आतंकी हमला हो या फिर सेना के कैंप पर अटैक सैय्यद सलाउद्दीन सीमापार से लगातार साजिशें थमती नहीं।  पाकिस्तान में उसे कोई रोकने टोकने वाला कोई नहीं. हाफिज सईद के साथ वो खुले मंच से भारत के खिलाफ आग उगलता रहा। हाफिज के नजरबंदी से ठीक पहले लाहौर के पास दोनों एक राग में भारत के खिलाफ जहर उगलते रहे। भारत लंबे वक्त से सयैद सलाउद्दीन के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय प्रतिबंध लगाने की मांग करता रहा है। 


 लड़ा था MLA का चुनाव
साल 1990 में पाकिस्तान भागने से पहले सैयद सलाहुद्दीन को कश्मीर में यूसुफ शाह के नाम से जाना जाता था। आतंकी बनने से पहले उसने विधायक बनने की नाकाम कोशिश भी की थी। 1987 में मुस्लिम यूनाइटेड फ्रंट की टिकट पर विधानसभा पहुंचने की कोशिश की। हालांकि इसी चुनाव में उसे करारी हार का सामना करना पड़ा। इस हार के साथ ही उसकी विधायक बनने की इच्छा दफन हो गई। तीन साल के अंदर वो सियासी चोला उतार आतंक की दुनिया में पहुंच गया। जहां से कत्लेआम का खेल खेल रहा है।

कश्मीर को बनाना चाहता है कब्रगाह
1987 से 1990 के दौरान कश्मीर में अलगाववादी विचारधारा और पाकिस्तान का एजेंडा चलाने की वजह से उसे कैद कर दिया गया था। जेल से छूटने के बाद वो सुधरने के बजाए और ख़तरनाक हो गया। 5 नवंबर 1990 को वो यूसुफ शाह से सैयद सलाहुद्दीन बन गया। सीमा पार कर पीओके के मुजफ्फराबाद में उसने हिज़्बुल मुजाहिद्दीन नामक संगठन बनाकर जम्मू-कश्मीर में आंतकवादी गतिविधियों की शुरुआत कर दी। सलाउद्दीन ये कहता रहा है कि वो कश्मीर को भारत के फौजियों की कब्रगाह बना देगा।



आजादी के नाम पर करता है ये काम, ISI से मिलते हैं पैसे
सैय्यद सलाउद्दीन कश्मीर की आजादी के नाम पर आतंक की दुकान चलाता है. उसे पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई से पैसे मिलते हैं।वह हिजबुल के लिए विदेशी लड़ाकों को साथ-साथ कश्मीरी युवको को भी बहकाने में अव्वल है। उसकी दंग करने वाली मांग ये है कि भारत कश्मीर से अपनी सेना को पीछे हटा ले। यदि ऐसा नहीं हुआ वो भारत और पाकिस्तान के बीच परमाणु युद्ध तक की धमकी देता है। 8 जुलाई 2016 को हिजबुल कमांडर बुरहान वानी और 27 मई 2017 को सबजार भट मार गिराया गया।

नाइकू को बनाया नया कमांडर
इसके बाद सलाउद्दीन ने अब रियाज नाइकू को नया कमांडर बनाया है। हिजबुल चीफ सलाउद्दीन पर अपना दबदबा कायम रखने के लिए बड़े हमले का दबाव है। ऊपर से अब उसे अंतर्राष्ट्रीय आतंकी घोषित कर दिया गया।ऐसे में सलाउद्दीन बुरी तरह से घिर गया है। उसके आका यानी पाकिस्तान पर भी दबाव बनेगा। सलाउद्दीन अपनी नापाक साज़िशों से कश्मीर में मासूमों का खून बहाता रहा है।उसके इशारे पर हिजबुल मुजाहिद्दीन के आतंकी कश्मीर घाटी में लगातार सुरक्षा बलों को निशाना बना रहे हैं।

सैयद सलाउद्दीन के खूनी खेल की सूची
1. 13 जून 2017 को पुलवामा, सोपोर, पहलगाम, गोपालपुरा में पुलिस और CRPF पर हमला।

2. 1 मई 2017 को बैंक पर हमला, 1 ASI और 2 सुरक्षा गार्ड की मौत 

3. 12 फरवरी 2017 को कुलगाम में सुरक्षा बलों से एनकाउंटर 4 आतंकी मारे गए, 2 सुरक्षाकर्मी शहीद हुए

4. 17 अगस्त 2016 को श्रीनगर-बारामुला सेना के काफिले पर हमला 8 की मौत, 22 ज़ख़्मी। 

5. 4 जून 2016: अनंतनाग में चेक पोस्ट पर हमला सब इंस्पेक्टर और कॉन्सटेबल शहीद। 

6. 3 जून 2016 कोबिजबेहारा में BSF पर हमला 2 जवान शहीद, 6 जख़्मी। 

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