दक्षिण अफ्रीका में बंदूकधारियों ने की गोलियों की बरसात, सड़कों पर बिछ गई लाशें
punjabkesari.in Sunday, Dec 21, 2025 - 11:44 AM (IST)
International Desk: दक्षिण अफ्रीका एक बार फिर भीषण हिंसा से दहल उठा है। जोहान्सबर्ग से करीब 40 किलोमीटर दक्षिण-पश्चिम स्थित बेकर्सडाल टाउनशिप में रविवार को अज्ञात बंदूकधारियों ने अंधाधुंध फायरिंग कर दी। इस हमले में कम से कम 10 लोगों की मौत हो गई, जबकि 10 अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए हैं।पुलिस के मुताबिक, हमला एक अवैध और बिना लाइसेंस वाले शराब ठिकाने (टैवर्न) के पास हुआ। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, हमलावरों ने अचानक सड़क पर मौजूद लोगों पर गोलियां बरसानी शुरू कर दीं। कई लोगों को बिना किसी उकसावे के निशाना बनाया गया। गौतेंग प्रांत की पुलिस प्रवक्ता ब्रिगेडियर ब्रेंडा मुरिडिली ने बताया कि मृतकों की पहचान की प्रक्रिया जारी है। उन्होंने कहा कि अभी यह साफ नहीं हो पाया है कि पीड़ित किस पृष्ठभूमि से जुड़े थे। घायलों को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है, जहां कुछ की हालत नाजुक बनी हुई है।
सोने की खदानों से जुड़ा एंगल?
घटनास्थल के आसपास कई बड़ी सोने की खदानें स्थित हैं, लेकिन पुलिस ने फिलहाल यह स्पष्ट नहीं किया है कि हमले का कोई संबंध खनन गतिविधियों या आपराधिक गिरोहों से है। न तो हमलावरों की पहचान हो पाई है और न ही अब तक किसी की गिरफ्तारी हुई है।
इसी महीने दूसरी सामूहिक फायरिंग
गौरतलब है कि यह दिसंबर महीने की दूसरी बड़ी सामूहिक गोलीबारी है। इससे पहले 7 दिसंबर को प्रिटोरिया के पास सॉल्सविल टाउनशिप के एक हॉस्टल में हुई फायरिंग में 11 लोगों की मौत हुई थी, जिनमें एक तीन साल का बच्चा भी शामिल था। उस हमले में 14 लोग घायल हुए थे। पुलिस का कहना है कि दोनों घटनाओं में एक समानता है गोलीबारी अवैध शराब ठिकानों के आसपास हुई। दक्षिण अफ्रीका में ऐसे ठिकानों को लंबे समय से अपराध और हिंसा का केंद्र माना जाता रहा है।
डरावने आंकड़े
- संयुक्त राष्ट्र और पुलिस आंकड़ों के अनुसार, दक्षिण अफ्रीका दुनिया के सबसे हिंसक देशों में शामिल है।
- साल 2023-24 में हत्या दर 1 लाख पर 45 रही।
- अप्रैल से सितंबर के बीच हर दिन औसतन 63 हत्याएं दर्ज की गईं।
- इसी अवधि में 12,000 से ज्यादा अवैध शराब ठिकाने बंद किए गए और 18,000 से अधिक गिरफ्तारियां हुईं।
- लगातार हो रही सामूहिक गोलीबारी की घटनाओं ने देश की कानून व्यवस्था और सार्वजनिक सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
