रेशम मार्ग परियोजना में भारत महत्वपूर्ण सहयोगी साझेदार: चीन

Wednesday, Oct 21, 2015 - 12:07 PM (IST)

बीजिंग :चीन ने अरबों डॉलर की रेशम मार्ग परियोजना में भारत को जोड़ने के ताजा प्रयास के तहत आज कहा कि वह भारत को इसमें एक महत्वपूर्ण सहयोगी साझेदार मानता है तथा चिंताओं का निवारण करने के लिए उसकी राय एवं सुझावों को सुनेगा। इस ‘ वन बेल्ट, वन रोड ’ के कदम पर भारत की चिंताओं और आपत्तियों पर सत्तारूढ़ एवं विपक्षी भारतीय राजनीतिक दलों के एकमत होने के बारे में पूछे जाने पर चीन के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने कहा कि परियोजना का मकसद क्षेत्रीय आर्थिक सहयोग को मजबूती प्रदान करना है।चीन के इस कदम में चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा भी शामिल है जो पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर से होकर गुजरेगा।

इन परियोजनाओं को लेकर भारत की चिंताओं के संदर्भ में कहा, ‘‘चीन भारत को ‘वन बेल्ट, वन रोड ’ परियोजना के निर्माण में एक महत्वपूर्ण सहयोगी साझेदार मानता है तथा वह इस पर भारत की राय एवं सुझावों को सुनना चाहेगा और व्यवाहारिक सहयोग की संभावना तलाशेगा।’’

‘वन बेल्ट, वन रोड ’ परियोजना का विचार चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने साल 2013 में रखा था। इसमें राजमार्ग और रेलमार्ग के जरिए चीन को मध्य एशिया से होते हुए यूरोप से जोड़ना, तथा समुद्री रेशम मार्ग, बांग्लादेश, चीन, भारत, म्यामांर (बीसीआईएम) आर्थिक गलियारा तथा चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा शामिल है।

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