वुहान लैब के फ्रिज में रखे थे कोरोना समेत हजारों वायरस, टूटी मिली उसकी सील (तस्वीरें वायरल)

Monday, Apr 20, 2020 - 10:21 AM (IST)

बीजिंगः चीन के वुहान से फैलना शुरू हुए कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया में तबाही मचाई हुई है। कोरोना की जानकारी छुपाने के लिए कई देश चीन की आलोचना कर रहे हैं। दिसंबर 2019 में मामले सामने आने के बाद से ही कयास हैं कि यह वायरस वहां वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (WIV) या पास के हुनान सी-फूड मार्केट से निकला है। इस WIV लैब में 1500 से ज्यादा घातक वायरस मौजूद हैं, जो लीक होने पर दुनियाभर के लिए नया खतरा बन सकते हैं। WIV की पी-4 प्रयोगशाला में इन पर शोध-प्रयोग किए जाते हैं। इस बीच ब्रिटिश मीडिया समूह द मेल की रिपोर्ट के अनुसार, वुहान लैब की दुर्लभ अंदरुनी तस्वीरें उजागर हुई हैं। तस्वीरें लैब से एक भयावह रिसाव की ओर इशारा करती है, जिसे बीजिंग द्वारा छिपाया गया है।

तस्वीरों में वायरस के 1,500 अलग-अलग प्रकारों को संग्रहित करने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले रेफ्रिजरेटर में से एक के दरवाजे पर एक टूटी हुई सील दिखाई देती है। इसमें बैट कोरोना वायरस भी शामिल है। ऐसी तस्वीरें पहली बार 2018 में सरकारी स्वामित्व वाले चाइना डेली अखबार द्वारा जारी की गई थी। पिछले महीने ट्विटर पर इन रेफ्रिजरेटर की टूटी सील के फोटो उजागर हुए थे, जिन्हें बाद में डिलीट कर दिया गया। उनमें से एक पर टिप्पणी भी की गई थी कि मैंने अपने रसोई घर में रखे रेफ्रिजरेटर पर इससे बेहतर सील लगा रखी है।

 

पिछले हफ्ते, इस अखबार ने यह भी खुलासा किया कि संस्थान ने युन्नान में चमगादड़ों पर कोरोना-वायरस के प्रयोगों को अंजाम दिया, जो कि अमेरिकी अनुदान द्वारा वित्त पोषित है। जिसके बाद राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार की शाम वुहान संस्थान के लिए दिए जाने वाले अनुदान पर रोक लगाई थी। ट्रंप ने कहा था कि हम इस भयानक स्थिति की बहुत गहन जांच करवा रहे हैं।

वुहान लैब के निदेशक ने लीक से किया इंकार
अंतरराष्ट्रीय दबाव के बीच वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (WIV) लैब के निदेशक युआन झिमिंग ने तमाम आरोपों को खारिज किया है। उन्होंने सरकारी सीजीटीएन टीवी चैनल को साक्षात्कार में कहा कि इस बात का सवाल ही नहीं कि वायरस लैब से आया है। हमारे यहां सख्त व्यवस्था है। झिमिंग ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि कुछ लोग बिना किसी तथ्य या ज्ञान के लोगों को जानबूझकर गुमराह कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह वायरस मानव निर्मित नहीं हो सकता और ऐसे कोई साक्ष्य नहीं हैं जो यह साबित करें कि यह कृत्रिम है।

Tanuja

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