वेटिकन सिटी और शिवलिंग में गजब कनैक्शन, चौंका देगी हकीकत (pics)

Saturday, Feb 11, 2017 - 04:04 PM (IST)

इटलीः वेटिकन सिटी भगवान शिव के शिव लिंग के आकार का है। यह पहले शिव को समर्पित एक मंदिर था। ऐसा सुन कर थोड़ी देर के लिए तो कोई भी चौंक जाएगा। यह चौंकाने वाला दावा इतिहासकार P.N. Oak के द्वारा किया गया था। यह दुनिया धर्म के एक मजबूत आधार पर खड़ी है और शायद इस बात में कोई संदेह नहीं कि धर्म ही है जो व्यक्ति को सही और संयमित जीवनशैली को अपनाने के लिए प्रेरित करता है। इस दुनिया में अलग-अलग धर्मों के लोग रहते हैं, जिनकी मान्यताएं और आदर्श भी एक दूसरे से पूरी तरह भिन्न है।

इतिहासकार पी.एन.ओक की मानें तो धर्म चाहे कोई भी हो उसका उद्भव सनातन धर्म यानि की हिन्दू धर्म में से ही हुआ है। अपने दावो को आधार देने के लिए पी.एन. ओक ने कई उदाहरण भी पेश किए हैं जिनमें से रोम का वेटिकन शहर प्रमुख है । ओक ने कहा वेटिकन वास्तव में संस्कृत शब्द 'वाटिका' से आया है और ईसाई धर्म 'कृष्णा नीति' से आ गया है। हमने अक्सर यह भी सुना है कि सभी धर्म एक ही धर्म से उभरा है औऱ वो है सनातन धर्म।

ओक के अनुसार इस्लाम और ईसाई दोनों ही धर्म हिन्दू धर्म के यौगिक हैं तथा वेटिकन शहर के अलावा काबा और यहां तक कि ताज महल भी मूलत: शिव को ही समर्पित मंदिर है। वेटिकन शहर की संरचना और शिवलिंग की आकृति में एक गजब की समानता है। इस तस्वीर को देखकर आप समझ सकते हैं कि हिन्दूओं के पवित्र प्रतीक शिवलिंग और वेटिकन शहर के प्रांगण की रचना में अचंभित कर देने वाली समानता है। शिव के माथे पर तीन रेखाएं (त्रिपुंडर) और एक बिन्दु होती हैं, ये रेखाएं शिवलिंग पर भी समान रूप से अंकित होती हैं।

ध्यान से देखने पर आपको समझ आएगा कि जिन तीन रेखाओं और एक बिन्दू का जिक्र यहां कर रहे हैं वह पिआजा सेन पिएट्रो के रूप में वेटिकन शहर के डिजाइन में समाहित है। इतिहासकार पी.एन.ओक के अनुसार वेटिकन शब्द को संस्कृत के वाटिका अर्थात वेदिक सांस्कृतिक केन्द्र में से लिया गया है। इसका अर्थ है ईसाई धर्म के उद्भव से बहुत पहले ही वेटिकन यानि की वैदिक केन्द्र जैसे शब्द का अस्तित्व था।रोम के वेटिकन शहर में खुदाई के दौरान भी एक शिवलिंग प्राप्त हुआ था जिसे ग्रिगोरीअन एट्रुस्कैन म्यूजियम में रखा गया है। इन सब के अलावा इस्लाम और ईसाई के धर्म के लोग जिस आमीन को अपनाते हैं वह भी ब्रह्मांड के सुर ‘ओम’ का ही एक रूप है।

 

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