Covid-19 पर वैज्ञानिकों ने खोला राज, बताया 'कैसे होती है कोरोना से मौत'?

Wednesday, May 13, 2020 - 03:31 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्क: कोरोना वायरस ने दुनियाभर में हाहाकार मचा रखी है। अब तक दुनियाभर में लाखों लोग इस वायरस की चपेट में आकर अपनी जान गवां चुके हैं। इस तबाही के बीच वैज्ञानिकों ने इसको लेकर एक बड़ा राज खोला है। Covid-19 के लक्षण, diagnosis और शरीर पर इस वायरस के असर करने के तरीके को वैज्ञानिकों ने खोज निकाला है। वैज्ञानिकों का कहना है कि कोरोना के कारण लोगों की मौत का मुख्य कारण है कि इम्यूनिटी ज्यादा एक्टिव हो जाती है। पत्रिका ‘फ्रंटियर्स इन पब्लिक हेल्थ' में प्रकाशित अध्ययन में रिसर्चस (Researchers) ने स्टेप वॉय स्टेप से यह बात बताई है कि यह वायरस कैसे सांस लेने वाले रास्ते को संक्रमित करता है और कोशिकाओं (Cells) के अंदर जाकर कई गुणा बढ़ जाता है और गंभीर मामलों में इम्युनिटी को अतिसक्रिय (Hyperactive) कर देता है जिसे वैज्ञानिक भाषा में ‘साइटोकाइन स्टॉर्म' (Cytokine storm) कहा जाता है।

‘साइटोकाइन स्टॉर्म' व्हाइट ब्लड सेल की अतिसक्रियता की स्थिति है। इस स्थिति में बड़ी मात्रा में साइटोकाइन खून में पैदा होते हैं। इस अध्ययन के लेखक एवं चीन की ‘जुन्यी मेडिकल यूनीवर्सिटी' में प्रोफेसर दाइशुन लियू ने कहा कि सार्स और मर्स जैसे संक्रमण के बाद भी ऐसा ही होता है। आंकड़े दर्शाते हैं कि Covid-19 से गंभीर रूप से संक्रमित मरीजों को ‘साइटोकाइन स्टॉर्म सिंड्रोम' हो सकता है। लियू ने कहा कि बेहद तेजी से विकसित साइटोकाइन अत्यधिक मात्रा में लिम्फोसाइट और न्यूट्रोफिल जैसी प्रतिरक्षा कोशिकाओं को आकर्षित करते हैं, जिसके कारण ये कोशिकाएं फेफड़ों के टीशू में दाखिल हो जाती है और इनसे फेफड़ों को नुकसान हो सकता है।

रिसर्चस का कहना है कि ‘साइटोकाइन स्टॉर्म' से तेज बुखार और शरीर में खून जमना जैसी स्थिति पैदा हो जाती हैं। उन्होंने कहा कि व्हाइट ब्लड सेल स्वस्थ टीशू पर भी हमला करने लगती हैं और फेफड़ों, दिल, लीवर, आंतों, गुर्दा और जननांग (reproductive organ) पर  अपना असर डालती हैं जिनसे ये सब अंग काम करना बंद कर देते हैं। उन्होंने कहा कि कई अंगों के काम करना बंद कर देने के कारण फेफड़े काम करना बंद कर सकते हैं। इस स्थिति को ‘एक्यूट रेस्पिरेटरी डिस्ट्रेस सिंड्रोम' कहते हैं। रिसचर्स ने कहा कि कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा मौत का कारण सांस प्रणाली (respiratory system) में दिक्कत से होती है यानि कि मरीज को सांस नहीं आती।

Seema Sharma

Advertising