सऊदी अरब ने पर्यटकों के लिए लिया ऐतिहासिक फैसला

Saturday, Sep 28, 2019 - 11:59 AM (IST)

दुबईः सऊदी अरब की गिनती दुनिया के सबसे कट्टरपंथी देशों में होती है, जहां महिलाओं पर कई पाबंदियां हैं। लेकिन अब यह देश विजन 2030 के तहत कई  बड़े फैसले ले रहा है। सऊदी अरब ने अब पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए ऐतिहासिक फैसला लिया है। शुक्रवार को विश्व पर्यटन दिवस के मौके पर सऊदी शासन ने सऊदी अरब में पहली बार टूरिस्ट वीजा जारी करने का ऐलान किया । दरअसल सऊदी अरब अब अपनी अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाने के मकसद से तेल पर निर्भरता कम करना चाहता है। क्राउन प्रिंस सलमान इसके लिए विजन 2030 कार्यक्रम पेश कर चुके हैं। वह पर्यटन को आय का नया जरिया बनाना चाहते हैं।

इससे पहले तक सऊदी में सिर्फ नौकरी के लिए आने वाले लोगों, उनके परिवारों और मक्का-मदीना जाने वाले मुस्लिम तीर्थयात्रियों को ही वीजा दिया जाता था। अपने नए फैसले की जानकारी देते हुए सऊदी के पर्यटन मंत्री अहमद अल-खतीब ने कहा कि ये ऐतिहासिक कदम है।उन्होंने आगे कहा कि हमारे पास जो कुछ भी पर्यटकों को दिखाने के लिए है उसे देखकर वे आश्चर्यचकित हो जाएंगे। हमारे पास यूनेस्को की पांच वर्ल्ड हेरिटेज साइट्स, स्थानीय संस्कृति और अपार प्राकृतिक संपदाएं हैं। खतीब ने बताया कि सऊदी अरब 49 देशों के नागरिकों के लिए ऑनलाइन टूरिस्ट वीजा आवेदन शुरू करेगा। साथ ही विदेशी नागरिकों को नियमों में छूट मिलेगी। उन्होंने कहा, विदेशी महिलाओं के ड्रेस कोड नियमों में नरमी बरती जाएगी। अबाया (चेहरे को ढकने का कपड़ा) के बिना भी वे सड़कों पर घूम सकेंगी। लेकिन, उन्हें शालीन कपड़े पहनने होंगे।

प्रिंस सलमान कई कड़े नियमों में दे चुके छूट
क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के सत्ता में आने के बाद से सऊदी अरब में महिलाओं को कई अधिकार देते हुए लगातार कड़े नियमों में छूट दी जा रही है। हाल ही में सऊदी अरब ने महिलाओं को बिना पुरुष अभिभावकों की मंजूरी के विदेश यात्रा पर जाने का कानून पास किया गया। उन्हें पसंद से शादी की भी छूट दी गई है। इतना ही नहीं 2020 तक 30 लाख महिलाओं को ड्राइविंग लाइसेंस दिए जाने का लक्ष्य भी है। महिलाओं पर लगी पाबंदियों और नियम-कायदों को ढील देने के साथ सऊदी के लोगों के लिए रोजगार के अवसर बढ़ाने जैसे फैसले लिए गए हैं।

 

Tanuja

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