Good News: रूस ने सबसे पहले बना ली कोरोना वैक्सीन ! अगले महीने से शुरू करेगा उत्पादन

Wednesday, Aug 05, 2020 - 11:20 AM (IST)

इंटरनेशनल डेस्कः दुनिया में कोरोना वायरस वैक्सीन बनाने के लिए अमेरिका सहित कई देशों में होड़ मची हुई है। हर देश दुनिया में सबसे पहले वैक्सीन सामने लाकर इतिहास बनाना चाहता है। पिछले कुछ समय से अमेरिका सबसे पहले कोरोना वैक्सीन बना कर इसकी खेप बाजार में लाने के वायदे कर रहा है । लेकिन लगता है रूस इस दौड़ में अब सबसे आगे निकल चुका है। ताजी रिपोर्ट के अनुसार रूस ने कोरोना वैक्सीन बना ली है और अगले महीने से इसका उत्पादन शुरू कर देगा। रूस की एक एजेंसी टीएएसएस ने कहा कि वर्तमान में देश की जरूरतों के लिए कोरोना वायरस का वैक्सीन बनाने जा रहे हैं।

प्रथम चरण में कोरोना वैक्सीन का उत्पादन सितंबर के अंत तक हो जाएगा। रूस के रक्षा मंत्रालय ने बताया कि में कोरोना वायरस की वैक्सीन का ट्रायल अपने अंतिम चरण में पहुंच चुका है। इस वैक्सीन को गामालेया नेशनल रिसर्च सेंटर आफ ऐपीडेमीलॉजी एंड माइक्रोबॉयोलॉजी बना रहा है। इस वैक्सीन का ह्यूमन ट्रायल में भाग लेने वाले सभी प्रतिभागियों में इम्युनिटी दिखाई पड़ रही है। रक्षा मंत्रालय के हवाले से बताया गया है कि इस टीके को लगाने के बाद परिणाम बहुत सकारात्मक आए हैं। ट्रायल किए जा रहे व्यक्ति की इम्यूनि​टी सिस्टम बेहतर रिस्पांस कर रही थीय़ व्यक्ति पर किसी भी किस्म का साइड इफेक्ट नहीं पाया गया। वॉलंटियर का बुरडेंको हॉस्पिटल में टेस्ट किया गया। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने रूस से वैक्सीन उत्पादन के लिए बनाई गई गाइडलाइन का पालन करने के लिए कहा है।

दरअसल, विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रवक्ता क्रिस्टियन लिंडमियर से यूएन प्रेस ब्रीफिंग के दौरान सवाल किया गया था कि अगर किसी वैक्सीन का फेज 3 का ट्रायल किए बगैर ही उसके उत्पादन के लिए लाइसेंस जारी कर दिया जाता है तो क्या संगठन इसे खतरनाक करार देगा? दिलचस्प बात ये है कि रूस ने खुद कहा है कि उत्पादन के साथ-साथ वैक्सीन के फेज-3 का क्लीनिकल ट्रायल जारी रहेगा। रूस के वैक्सीन बनाने के दावे पर अब विश्व स्वास्थ्य संगठन ने संदेह जाहिर किया है। रूस के स्वास्थ्य मंत्री ने शनिवार को ही ऐलान किया था कि उनका देश अक्टूबर महीने से कोविड-19 के खिलाफ बड़े स्तर पर वैक्सीन कैंपेन शुरू करने की तैयारी कर रहा है। रूस के स्वास्थ्य मंत्री मिखाइल मुराश्को ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा था कि वैक्सीन नि:शुल्क होगी और सबसे पहले इसे डॉक्टर्स और अध्यापकों को दिया जाएगा।

रूसी स्वास्थ्य मंत्री ने कहा था कि उत्पादन के साथ-साथ वैक्सीन का क्लीनिकल ट्रायल भी जारी रहेगा और इसमें सुधार की कोशिश की जाएगी। रूस के उद्योग और व्यापार मंत्री डेनिस मोंटोरोव के अनुसार कोरोना वायरस वैक्सीन का पूरा प्रोडक्शन इस बात पर निर्भर करेगा कि पहला और सबसे महत्वपूर्ण चरण कब पूरा होता है। यह हेल्थकेयर सिस्टम पर भी निर्भर करेगा कि कोरोना वैक्सीन का ओवरऑल प्रोडक्शन कब तक पूरा होगा। मंत्री ने कहा कि रूस अगले साल की शुरुआत से हर महीने लाखों खुराक का उत्पादन करना शुरू कर देगा।

Tanuja

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