रूस के खिलाफ दुनिया भर में प्रदर्शन, बर्लिन-यूके की सड़को पर उतरे लाखों लोग

Monday, Feb 28, 2022 - 10:45 AM (IST)

लंदन:  यूक्रेन पर रूस के हमले के खिलाफ दुनिया भर में लोग सड़कों पर उतर आए हैं।  सप्ताहांत पर ब्रिटेन के कई हिस्सों में हजारों प्रदर्शनकारियों ने रैलियां निकाली। लंदन में रूस के दूतावास पर लोगों ने अंडे फेंके और दीवारों पर हमला खत्म करने संबंधी नारे लिख दिए। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन पर हमला करने का आदेश दिया था। लंदन में शनिवार को डाउनिंग स्ट्रीट, मैनचेस्टर और एडिनबरा में प्रदर्शन हुए। ये प्रदर्शन ऐसे समय में हुए हैं जब अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा और यूरोपीय संघ (ईयू) समेत पश्चिमी सहयोगी देशों ने रूस पर और कड़े प्रतिबंधों का ऐलान किया है तथा उसके बैंकों को एसडब्ल्यूआईएफटी बैंकिंग नेटवर्क से निकाल दिया है। इस कदम का मकसद रूस के तेल एवं गैस निर्यात को चोट पहुंचाना है।

 इससे पहले यूक्रेन  पर रूस के हमले के विरोध में बर्लिन में लगभग एक लाख लोगों ने प्रदर्शन किया।  पुलिस ने बताया कि मध्य बर्लिन में ब्रैंडनबर्ग गेट के आसपास भारी संख्या में लोग एकत्र हुए हैं, उन्हें अतिरिक्त जगह मुहैया कराई जा रही है। उन्होंने कहा कि रविवार को हुआ प्रदर्शन शांतिपूर्ण रहा।  विरोध प्रदर्शन में बच्चों समेत परिवारों ने भाग लिया।  लोगों ने यूक्रेन के समर्थन में पीले और नीले झंडे लहराए।  कुछ लोगों ने ‘‘यूक्रेन छोड़ो’’, ‘‘पुतिन जाओ-इलाज कराओ और यूक्रेन एवं दुनिया को शांत रहने दो’’ लिखी हुई तख्तियां लेकर भी प्रदर्शन किया। यूक्रेन पर रूस के हमले के खिलाफ दुनियाभर में प्रदर्शन हो रहे हैं। इससे पहले भी अमेरिका, यूनाइटेड किंगडम के अलावा यूरोप के कई देशों में भी लोग सड़कों पर उतरे।

ब्रिटिश  प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने कहा, “ हमने रूस को वैश्विक वित्तीय प्रणाली से बाहर निकालने के लिए अपने अंतरराष्ट्रीय भागीदारों के साथ आज रात निर्णायक कार्रवाई की है, जिसमें एसडब्ल्यूआईएफटी से रूसी बैंकों को बाहर निकालने का पहला अहम कदम भी शामिल है।” उन्होंने कहा, “ हम यह सुनिश्चित करने के लिए मिलकर काम करते रहेंगे कि पुतिन को अपनी आक्रामकता की कीमत चुकानी पड़े।” इस बीच, ब्रिटेन की विदेश मंत्री लिज़ ट्रूस ने कहा कि सरकार हर उस ब्रिटिश नागरिक का समर्थन करेगी जो रूसियों के खिलाफ लड़ाई में यूक्रेन के लोगों के साथ शामिल होना चाहते हैं और उन्हें अपना फैसला खुद करना है। ट्रूस ने बीबीसी से कहा, “ बिल्कुल, अगर लोग संघर्ष में समर्थन देना चाहते हैं, तो मैं उनका ऐसा करने के लिए समर्थन करूंगी।” उन्होंने कहा, “ यूक्रेन के लोग आजादी और लोकतंत्र के लिए लड़ रहे हैं... राष्ट्रपति पुतिन इसे चुनौती दे रहे हैं।”

ब्रिटेन में यूक्रेन के राजदूत वादिम प्रिस्टाइको ने कहा कि बड़ी संख्या में विदेशी नागरिक लड़ाई में यूक्रेन की ओर से लड़ने की अनुमति मांग रहे हैं। यूक्रेन पर रूसी हमले का रविवार को चौथा दिन था। इससे पहले रविवार को, यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर ज़ेलेंस्की ने विदेशी नागरिकों से यूरोप में सुरक्षा के लिए साथ आने का आह्वान किया था। उन्होंने कहा कि उनका देश रूसी सेना के खिलाफ लड़ाई में यूक्रेनी सेना में शामिल होने के इच्छुक विदेशियों के लिए स्वयंसेवकों की एक "अंतरराष्ट्रीय" फौज स्थापित कर रहा है। ज़ेलेंस्की के हवाले से उनकी आधिकारिक वेबसाइट पर कहा गया है “ यह सिर्फ रूस का यूक्रेन पर आक्रमण नहीं है, बल्कि यह यूरोप के खिलाफ युद्ध की शुरुआत है। यूरोपीय एकता के खिलाफ।” ब्रिटेन के रक्षा मंत्री बेन वॉलेस ने ब्रिटिश सैनिक भेजने से इनकार किया लेकिन कहा कि ब्रिटेन इस लड़ाई में जिस तरह से भी होगा यूक्रेन का साथ देगा।

Tanuja

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