यूक्रेन पर हमला करना Russia को पड़ा भारी, दुनिया में सबसे ज्यादा प्रतिबंध झेलने वाला देश बना रूस

Tuesday, Mar 08, 2022 - 03:41 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्क: रूस-यूक्रेन जंग का आज 13वां दिन जारी है। 24 फरवरी को रूस के आक्रमण के बाद से यूक्रेन के करीब 364 लोग मारे गए हैं जबकि 15 लाख से अधिक शरणार्थी देश छोड़कर भाग गए हैं। यूक्रेन पर हमला करने के बाद अमेरिका और यूरोपीय सहयोगियों ने रूस पर 2778 नए प्रतिबंध लगाए हैं, जिसके साथ ही रूस पर लगने वाले प्रतिबंधों की संख्या बढ़कर 5530 तक पहुंच गई है। रूस केवल 10 दिनों के अंदर ईरान और उत्तर कोरिया को पीछे छोड़ते हुए दुनिया का सबसे अधिक प्रतिबंध झेलने वाला देश बन गया है। 

रूस पर लगने वाले इन प्रतिबंधों की संख्या ईरान पर बीते एक दशक में लगाए गए 3616 प्रतिबंधों को पार कर गए जोकि उस पर मुख्य रूप से उसके परमाणु प्रोग्राम और आतंकवाद को समर्थन के कारण लगाए गए हैं। यूक्रेन पर हमले के दिन आगे बढ़ने के साथ रूस पर दबाव लगातार बढ़ता जा रहा है। कुछ दिन पहले ही अमेरिकन एक्सप्रेस और नेटफ्लिक्स ने रूस में अपनी सेवाएं बंद कर दी है। रूस पर लगाए जा रहे प्रतिबंधों को लेकर पुतिन का कहना है कि यह प्रतिबंध उसके खिलाफ युद्ध की घोषणा है। ईरान और रूस के बाद सबसे ज्यादा प्रतिबंध झेलने वाले देशों मे सीरिया, उत्तर कोरिया, वेनेजुएला, म्यांमार और क्यूबा हैं। 

रूसी विमानों ने रातभर पूर्वी और मध्य यूक्रेन के शहरों पर बम गिराए। क्षेत्रीय नेता दमित्रो झिवित्स्की ने बताया कि रूसी सीमा के समीप कीव के पूर्व में सूमी और ओखतिरका शहरों में रिहायशी इमारतों पर बम गिराए गए और एक परमाणु संयंत्र नष्ट कर दिया गया। उन्होंने बताया कि कुछ लोगों की मौत हुई है और कुछ घायल भी हुए हैं लेकिन उन्होंने संख्या नहीं बतायी। कीव के पश्चिम में झितोमिर और पड़ोसी शहर चेर्नियाखीव में तेल डिपो पर भी बम गिराए गए। मेयर अनातोल फेदोरुक ने कहा, ‘‘हम भारी हथियारों से दिन-रात हो रही गोलाबारी के कारण शवों को एकत्रित भी नहीं कर पाए। शहर की सड़कों पर कुत्ते शवों को खींच रहे हैं। यह एक दु:स्वप्न है।'' यूक्रेन की सरकार सूमी, झितोमिर, खारकीव, मारियुपोल और बुचा समेत कीव के उपनगरों से लोगों को सुरक्षित जाने देने के लिए मानवीय गलियारा खोलने की मांग कर रही है। 

rajesh kumar

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