कनाडा के नए प्रधानमंत्री के रूप में रूबी ढल्ला की उम्मीदवारी, चुनावी दौड़ में प्रमुख नाम
punjabkesari.in Thursday, Jan 30, 2025 - 08:24 PM (IST)
नेशनल डेस्क : कनाडा में प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के इस्तीफे के बाद अब नए प्रधानमंत्री की तलाश शुरू हो गई है। इस रेस में भारतीय मूल की नेता रूबी ढल्ला का नाम भी प्रमुखता से लिया जा रहा है। उन्होंने आधिकारिक रूप से लिबरल पार्टी के नेता के रूप में अपनी उम्मीदवारी का ऐलान किया है। यदि उनकी पार्टी अगले संघीय चुनाव में जीतती है, तो वे प्रधानमंत्री पद तक पहुंच सकती हैं।
रूबी ढल्ला कौन हैं?
रूबी ढल्ला का जन्म 18 फरवरी 1974 को कनाडा के विनिपेग शहर में हुआ था, जो ओटावा से लगभग 2000 किलोमीटर दूर है। वे एक पंजाबी अप्रवासी परिवार में पली-बढ़ी हैं। 50 वर्षीय रूबी ढल्ला ने अपने जीवन में कई अलग-अलग क्षेत्रों में सफलता हासिल की है। वे एक सेल्फ-मेड बिजनेसवुमन, डॉक्टर और तीन बार की चर्चित संसद सदस्य (MP) रही हैं। वे ढल्ला ग्रुप ऑफ कंपनीज की CEO और अध्यक्ष भी हैं। अगर वे प्रधानमंत्री बनती हैं तो वे कनाडा की पहली अश्वेत महिला प्रधानमंत्री बन जाएंगी, जो एक ऐतिहासिक कदम होगा। उनके पास राजनीति और व्यवसाय दोनों क्षेत्रों का लंबा अनुभव है, और उन्होंने अपनी जिम्मेदारियों को बखूबी निभाया है।
रूबी ढल्ला के मुद्दे और वादे
रूबी ढल्ला ने अपने चुनावी अभियान में कई अहम मुद्दे उठाए हैं, जिनमें बढ़ते हाउसिंग कॉस्ट (आवास की बढ़ती कीमतें), क्राइम रेट (अपराध दर), फूड प्राइस (खाद्य वस्तुओं की बढ़ती कीमतें), और अमेरिका की ओर से टैरिफ (आयात-निर्यात पर शुल्क) की धमकियां शामिल हैं। उनका कहना है कि इन समस्याओं को हल करना उनकी प्राथमिकता होगी। रूबी ढल्ला का दावा है कि वे कनाडा की अंतरराष्ट्रीय प्रतिष्ठा को फिर से मजबूत करना चाहती हैं। उनके मुताबिक, कनाडा को वैश्विक मंच पर अपने पुराने सम्मान और प्रभाव को वापस पाना चाहिए।
अप्रवासियों को लेकर उनका बयान
हाल ही में रूबी ढल्ला ने एक बयान देकर सुर्खियां बटोरीं। उन्होंने कहा कि अगर वे प्रधानमंत्री बनती हैं तो अवैध अप्रवासियों को देश से बाहर निकालने का काम करेंगी। यह बयान उनके अभियान का मुख्य बिंदु बन गया है और इसके बाद उन्हें काफी समर्थन और विवाद दोनों मिले हैं। उनके इस बयान ने कनाडा में अप्रवासियों और उनकी नीतियों को लेकर बहस छेड़ दी है।
राजनीतिक करियर
रूबी ढल्ला का राजनीतिक करियर भी काफी दिलचस्प रहा है। वे 2004 से 2011 तक कनाडा की संसद की सदस्य रह चुकी हैं। इस दौरान उन्होंने कनाडा के विभिन्न सामाजिक और आर्थिक मुद्दों पर अपनी आवाज उठाई। अब, लिबरल पार्टी की नेता के रूप में वे एक बार फिर से सत्ता में आने की कोशिश कर रही हैं। उनके बारे में कहा जाता है कि वे देश की राजनीति में बदलाव लाने की क्षमता रखती हैं और एक मजबूत नेता साबित हो सकती हैं।