स्वीडन में कुरान जलाने से भड़के दंगे, सऊदी अरब ने दी तीखी प्रतिक्रिया

Tuesday, Apr 19, 2022 - 05:02 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्कः स्वीडन में रमजान के महीने में मुसलमानों के पवित्र ग्रंथ ‘कुरान’ की प्रतियां जलाने की घटना सामने आई है, जिसके बाद स्वीडन में दंगे भड़क उठे हैं। इसमें कई पुलिसकर्मियों घायल हुए हैं और तीन लोगों को गोली लगी है। स्वीडन के धुर-दक्षिणपंथी समूहों की तरफ से जानबूझकर कुरान को जलाए जाने के मामले पर मुस्लिम देश सऊदी अरब भड़क गया है। सऊदी के विदेश मंत्रालय ने कुरान जलाए जाने की कड़ी निंदा करते हुए इसे जानबूझकर किया गया उकसाने वाला कृत्य कहा है।

सऊदी अरब के विदेश मंत्रालय ने सोमवार को जारी अपने एक बयान में कहा कि पवित्र कुरान और मुस्लिमों के साथ जानबूझकर की गई बेअदबी और उकसावे की घटना की सऊदी अरब निंदा करता है। बयान में सऊदी विदेश मंत्रालय ने संवाद, सहिष्णुता और सह-अस्तित्व के मूल्यों को आगे बढ़ाने के ठोस प्रयासों के महत्व पर बल दिया। नफरत, उग्रवाद और सभी धर्मों के पवित्र स्थल पर हमले को रोकने पर भी जोर दिया गया।

क्या है पूरा मामला?
समचार एजेंसी रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, स्वीडन में धुर दक्षिणपंथी समूहों ने कुरान जलाई जिसके बाद दंगे भड़क उठे। डेनमार्क की धुर-दक्षिणपंथी राजनीतिक पार्टी हार्ड लाइन के चरमपंथी नेता रासमस पलुदान ने गुरुवार को स्वीडन के कई शहरों में कुरान जलाने वाले कार्यक्रमों का आयोजन किया। कार्यक्रम में कुरान की प्रतियां जलाई गईं। पलुदान ने कहा कि उन्होंने कुरान को जलाया है और वो ये काम आगे भी जारी रखेंगे।

कुरान जलाने की घटना के बाद गुरुवार से लेकर रविवार तक हिंसा हुई जिसमें करीब 16 पुलिसकर्मी घायल हुए। कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया. रविवार को नोरशोपिंग शहर में हिंसा भड़की, जिसमें तीन लोग पुलिस की गोली की चपेट में आ गए।

प्रधानमंत्री मैग्डेलेना एंडरसन ने हिंसा की निंदा की है। पुलिस ने एक ऑनलाइन बयान में कहा, 'ऐसा लगता है कि तीन लोग गोली की चपेट में आ गए और अब उनका अस्पताल में इलाज चल रहा है। तीनों घायलों को अपराध के संदेह में गिरफ्तार किया गया है।' पुलिस ने कहा कि नोरशोपिंग में रविवार शाम को स्थिति शांत थी।

Yaspal

Advertising