इस शख्स के पेट से सर्जरी दौरान निकला 13 किलो का ''जिंदा बम'', तस्वीरें उड़ा देंगी होश

Saturday, Dec 22, 2018 - 04:52 PM (IST)

शंघाईः चीन में कब्ज से परेशान एक शख्स के पेट से सर्जरी दौरान ऐसी चीज निकली कि जिसे देख कर डाक्टरों के होश उड़ गए। ये अजीब मामला पिछले साल सामने आया था, जब पेट दर्द से परेशान एक शख्स का ऑपरेशन किया गया, तो उसके पेट से 13 किलो मल की गांठ निकली, जिसे देख डॉक्टर भी हैरान रह गए थे।ये मामला अब फिर वायरल हो गया जब जांच के दौरान पता चला कि वो शख्स एक गंभीर बीमारी से जूझ रहा था, जो 5000 हजार बच्चों में से किसी एक को होती है। घटना शंघाई में रहने वाले 22 साल के एक शख्स के साथ हुई थी। जो बचपन से ही कब्ज की समस्या से जूझ रहा था। तकलीफ इतनी ज्यादा थी कि बिना दवा लिए उसका पेट ही साफ नहीं होता था। हालांकि इससे भी ज्यादा फायदा नहीं हो रहा था। एक वक्त के बाद उसे पेट में दर्द भी रहने लगा। सालों तक कब्ज रहने की वजह से उसके पेट के अंदरुनी हिस्से में भयानक सूजन आ गई थी और उसका पेट गर्भवती महिला की तरह फूल गया था।

उसके जबरदस्त फूले हुए पेट की वजह से लोग प्रेग्नेंट समझने लगे थे साथ ही उसके पुरुष होने पर भी शक करने लगे थे। जब दर्द बर्दाश्त से बाहर हो गया तो वो अपना इलाज कराने के लिए शंघाई स्थित 10th पीपुल्स हॉस्पिटल पहुंचा। जहां डॉक्टर यिन लु और उनकी टीम ने उसका इलाज किया। जांच के दौरान पता चला कि उसके पेट में करीब 30 इंच लंबा ऐसा कुछ है जिसकी वजह से उसे दर्द हो रहा है, डॉक्टर्स ने ऑपरेशन करते हुए उस चीज को बाहर निकालने का फैसला कर लिया। 

डॉक्टर्स ने जब उसका ऑपरेशन किया तो उस शख्स के मलाशय में 30 इंच लंबी और करीब 13 किलो की एक गठान मिली, जो कि मल से भरी हुई थी। दरअसल लंबे वक्त से कब्ज रहने की वजह से ये गांठ बन गई थी। तीन घंटे चले ऑपरेशन के बाद डॉक्टर ने कहा था कि 13 किलो की ये गठान 'जिंदा बम' बन चुकी थी और किसी भी वक्त फट सकती थी जिसके बाद उस शख्स का बचना नामुमकिन था। 

डॉक्टर्स के मुताबिक उसके कब्ज के पीछे की वजह पेट की वो बेहद दुर्लभ बीमारी थी, जिसके साथ वो पैदा हुआ था।  उसकी आंत में कुछ जरूरी कोशिकाएं नहीं थी, जिसकी वजह से उसे शौच करने में भारी दिक्कत होती थी। डॉक्टर्स ने इस बीमारी का नाम र्स्चस्प्रुंग बताया।  ये बीमारी 5000 बच्चों में से किसी एक को होती है। इसकी शुरुआत उसी वक्त हो जाती है, जब बच्चा मां के पेट में होता है। बच्चे के पैदा होने के दो महीने के बाद ही इसके लक्षण दिखाई देने लगते हैं।

Tanuja

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