ब्रिटेन ने भारत में तैनात अपने गवर्नर के बड़े घोटाले पर डाला था पर्दा

Monday, Mar 18, 2019 - 10:51 AM (IST)

लंदन: ब्रिटेन के एक गवर्नर द्वारा चैरिटी फंड की चोरी से जुड़े घोटाले को लेकर नया खुलासा हुआ है। तत्कालीन ब्रिटिश प्रधानमंत्री क्लीमैंट एटली, सरकार की विदेशी खुफिया सेवा एम.आई. 6 के प्रमुखों और बकिंघम पैलेस के सहायकों ने मिलकर भारत में तैनात उसके गवर्नर द्वारा किए गए घोटाले पर पर्दा डालने की साजिश रची थी।

ब्रिटेन के राष्ट्रीय अभिलेखागार ने खुलासा किया कि मद्रास प्रैजीडैंसी के गवर्नर के रूप में तैनात सर आर्थर होप को इंडियन रैड क्रॉस को दान देने का काम सौंपा गया था। ‘द टाइम्स’ की खबर के मुताबिक, 1944 में ब्रिटिश प्रतिष्ठान को उनके बढ़ते कर्ज के बारे में भनक लग गई। बताया जाता है कि होप को घुड़दौड़ का शौक था और इसी के चलते उन पर कर्ज बढ़ गया। उन्होंने अपना कर्ज चुकाने के लिए 40,000 पाऊंड की राशि का गबन किया।

भारत के वायसराय लॉर्ड वावेल को पता चला कि भारत में होप के कुछ लेनदार अपना पैसा वापस चाहते हैं तो उन्होंने गवर्नर को चुपचाप पद से हटाने का फैसला किया। जब भारत को आजादी मिली तो तत्कालीन ब्रिटिश प्रधानमंत्री एटली ने ब्रिटेन के करदाताओं के पैसों का इस्तेमाल करके इंडियन रैड क्रॉस को दान देने की मंजूरी इस तरीके से दी कि लोगों को कभी इसके बारे में पता ही न चले।

Tanuja

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