'रियाद-दोहा के बीच तनाव सिर्फ राजनीतिक, जल्द सुधरेंगे संबंध'

Monday, Jul 03, 2017 - 01:17 PM (IST)

इस्‍तांबुलः सऊदी अरब के राजदूत ने कहा है कि रियाद और दोहा के बीच हाल का तनाव सैन्‍य नहीं, बल्कि राजनीतिक है। अरब देशों ने कतर पर आतंकवादी समूहों को समर्थन देने और अन्य देशों के घरेलू मामलों में हस्तक्षेप करने पर आरोप लगाया है। तुर्की में सऊदी राजदूत वालिद बिन अब्‍दुलकरीम अल-खुराइजी ने कहा, 'कतर के साथ हमारी असहमति कभी भी सैन्य नहीं रही है। यह असहमति सिर्फ राजनीतिक है और इसके जरिए उसकी (कतर की) संप्रभुता को कभी भी लक्षित नहीं किया गया है।' 

साथ ही उन्होंने कहा कि संप्रभु राज्यों का सिद्धांत कतर की रक्षा करता है और इसे राजनीति करने की अनुमति देता है। लेकिन कतर ने जो किया उससे पड़ोसियों और अन्य देशों की सुरक्षा पर सवाल खड़े हो गए हैं। उन्‍होंने कहा, 'यही कारण है कि कतर के खिलाफ कदम उठाए गए, ताकि आने वाले गंभीर परिणामों से बचा जा सके। खुराइजी ने जोर दिया कि कतर के साथ अपने राजनयिक संबंधों को खत्म करने के अरब राज्यों के फैसले को इस क्षेत्र पर नाकाबंदी के रूप में नहीं समझा जाना चाहिए।

उन्‍होंने कहा कि हम कतर और उसके लोगों की परवाह करते हैं, हमारे बीच आपसी संबंध हैं। इसलिए देर-सवेर यह संकट सुलझा लिया जाएगा और हमारे संबंध ट्रैक पर लौट आएंगे। सऊदी अरब, मिस्र, संयुक्त अरब अमीरात (यूएए), बहरीन और यमन ने कतर के साथ राजनयिक संबंधों को तोड़ लिया है। इन अरब देशों ने कतर पर आतंकवादी समूहों को समर्थन देने और अन्य देशों के घरेलू मामलों में हस्तक्षेप करने पर आरोप लगाया है, जिससे खाड़ी क्षेत्र की स्थिति अस्थिर हो गई है। हालांकि, कतार सरकार ने इन दावों को खारिज कर दिया है और इस बात पर बल दिया है कि नाकाबंदी अंतर्राष्ट्रीय कानून का उल्लंघन है।
 

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