बातचीत के लिए तैयार कतर नहीं मानेगा अरब देशों की मांगे

Sunday, Jul 02, 2017 - 11:49 AM (IST)

दुबई: कतर के साथ अरब देशों का विवाद खत्म होता नहीं दिख रहा। अरब देशों ने कतर से इस विवाद को खत्म करने के लिए जो 13 मांगें रखी थीं, उसे कतर ने मानने से इंकार कर दिया है। 


चार अरब देशों ने कतर से तोड़े संबंध
चार अरब देशों ने कतर पर आतंकवाद से संबंध होने का आरोप लगाते हुए पहले इसके साथ संबंध तोड़ दिए हैं। इन देशों ने कतर को विभिन्न मांगों को मानने को कहा था जिसकी समय सीमा आज रात को समाप्त हो जाएगी।   


कतर बात करने को तैयार,लेकिन नहीं मानेगा ये मांगें
हालांकि कतर ने चार अन्य अरब देशों द्वारा की गई विभिन्न मांगों को आज खारिज करते हुए कहा कि उनके अल्टीमेटम का उद्देश्य आतंकवाद से निपटना नहीं बल्कि उसकी संप्रभुता को कम करना है। कतर के विदेश मंत्री शेख मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान अल-थानी ने रोम में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि उनका देश अभी भी बातचीत करने और अपने पड़ोसी देशों द्वारा उठाए गए विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा,मांगों की सूची स्वीकार करने योग्य नहीं बल्कि अस्वीकार करने योग्य है। फिर भी हम बातचीत में शामिल होने के लिए तैयार हैं, लेकिन उचित परिस्थितियों में। उन्होंने कहा कि अरब देशों की मांगों के अनुरूप कतर अपने देश में तुर्की सैन्य अड्डे या दोहा स्थित सेटेलाइट चैनल अल जजीरा को बंद नहीं करेगा। मिस्र, बहरीन, सऊदी अरब और सयुंक्त अरब अमीरात ने कतर पर आतंकवाद को समर्थन देने का आरोप लगाया है। 


इन देशों ने 13 मांगों से जुड़ी एक डेडलाइन निर्धारित करते हुए इसके गंभीर परिणाम भुगतने की चेतावनी भी दी है। इनकी मांगों में आतंकवादी समूहों के साथ संबंध तोड़ने, अल जजीरा चैनल को बंद करने, कट्टर प्रतिद्वंद्वी ईरान के साथ संबंधों को कम करना और कतर में एक तुर्की हवाई अड्डे को बंद करना शामिल है। कतर के विदेश मंत्री अमरीका यात्रा के बाद यहां आए हैं। अमरीका कुवैत की सहायता कर रहा है जिसने कतर के साथ संबंध बनाए रखा है और विवाद में मध्यस्थता भी कर रहा है। कुवैत के माध्यम से 10 दिन पहले अन्य अरब देशों ने कतर को 13 सूत्री मांगों का डेडलाइन निर्धारित किया था।   


इससे पहले आज क्रेमलिन ने कहा कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कतर और बहरीन के नेताओं के साथ विवाद के बारे में अलग-अलग फोन से चर्चाएं की और राजनयिक समाधान निकालने की आवश्यकता पर बल दिया। 

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