Daring Putin: ICC के आदेशों को ठेंगा दिखा मंगोलिया पहुंचे पुतिन, अंतर्राष्ट्रीय गिरफ्तारी वारंट के बावजूद हुआ भव्य स्वागत

punjabkesari.in Tuesday, Sep 03, 2024 - 01:28 PM (IST)

 International Desk: रूस (Russia) के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन  (Vladimir Putin) अंतर्राष्ट्रीय अपराध न्यायालय (ICC)  के आदेशों को ठेंगा दिखाते हुए मंगलवार को मंगोलिया(Mongolia) पहुंचे, जहां यूक्रेन पर मॉस्को के आक्रमण के दौरान हुए कथित युद्ध अपराधों को लेकर उनकी गिरफ्तारी के लिए जारी अंतर्राष्ट्रीय वारंट के बावजूद उनका भव्य स्वागत किया गया। द हेग स्थित अंतर्राष्ट्रीय अपराध न्यायालय (ICC) द्वारा लगभग 18 महीने पहले गिरफ्तारी वारंट जारी किए जाने के बाद यह पुतिन की ICC के किसी सदस्य देश की पहली यात्रा है। पुतिन की यात्रा से पहले यूक्रेन ने मंगोलिया से रूसी राष्ट्रपति को आईसीसी के हवाले करने का आह्वान किया था। वहीं, यूरोपीय संघ (EU ने आशंका जताई कि मंगोलिया गिरफ्तारी वारंट पर अमल नहीं करेगा। EU ने कहा कि उसने मंगोलियाई प्राधिकारियों को इस संबंध में अपनी चिंताओं से अवगत करा दिया है।

 

Putin travels to Mongolia, defying international court arrest order.

International court is a joke as it doesn't have any power. It should be dismantled.

Sep 2, 2024 pic.twitter.com/v6pnupI6T2

— Thunder26 (@Thunder261) September 3, 2024

पुतिन के एक प्रवक्ता ने पिछले हफ्ते कहा था कि क्रेमलिन (रूस के राष्ट्रपति का आधिकारिक आवास) वारंट को लेकर चिंतित नहीं है। पुतिन की यात्रा ने मंगोलिया को असहज स्थिति में ला खड़ा किया है। गिरफ्तारी वारंट जारी किए जाने की सूरत में आईसीसी के सदस्य देश उक्त व्यक्ति को गिरफ्तार करने के लिए बाध्य होते हैं। हालांकि, मंगोलिया चारों तरफ से जमीन से घिरा एक देश है, जो ईंधन और ऊर्जा जरूरतों के लिए रूस पर निर्भर है। अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायालय के पास अपने वारंट को लागू करने के लिए कोई तंत्र नहीं है। मंगोल साम्राज्य के संस्थापक चंगेज खान के निजी रक्षकों जैसी लाल-नीली चमकदार वर्दी पहने सुरक्षाकर्मियों ने राजधानी उलानबटोर के मुख्य चौराहे पर आयोजित एक भव्य स्वागत समारोह में पुतिन को सलामी दी।

 

In Mongolia today, international law was disregarded as war criminal Putin was not arrested. This marks his first visit to a state party to the Rome Statute of the ICC that ignored the warrant for his arrest for crimes in Ukraine. pic.twitter.com/0DWcAkiJKy

— NOELREPORTS 🇪🇺 🇺🇦 (@NOELreports) September 3, 2024

इसके बाद पुतिन अपने मंगोलियाई समकक्ष उखना खुरेलसुख के साथ ‘गवर्नमेंट पैलेस' की सीढ़ियां चढ़कर चंगेज खान की प्रतिमा के पास पहुंचे और झुककर उन्हें श्रद्धांजलि दी। ‘गवर्नमेंट पैलेस' की सीढ़ियों पर लाल कालीन बिछाई गई थी। चंगेज खान को श्रद्धांजलि देने के बाद दोनों नेता द्विपक्षीय बैठक के लिए ‘गवर्नमेंट पैलेस' के अंदर चले गए। अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायालय ने पुतिन पर यूक्रेन से बच्चों के अपहरण के लिए जिम्मेदार होने का आरोप लगाया है। यूरोपीय आयोग ने आशंका जताई है कि मंगोलिया आईसीसी के गिरफ्तारी वारंट की तामील नहीं करेगा। उसकी प्रवक्ता नबिला मसराली ने कहा, “अन्य देशों की तरह ही मंगोलिया को भी अपने हितों के अनुसार अंतरराष्ट्रीय संबंध बनाने का अधिकार है। लेकिन मंगोलिया 2002 से ICC की रोम संविधि और उससे जुड़े कानूनी दायित्वों का पक्षकार है।” रूस के बाहर रह रहे 50 से अधिक रूसी नागरिकों ने एक खुले पत्र पर दस्तखत किए हैं, जिसमें मंगोलिया की सरकार से “पुतिन के देश में पहुंचते ही उन्हें हिरासत में लेने का आग्रह किया गया है।”

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हस्ताक्षरकर्ताओं में व्लादिमीर कारा-मुर्जा शामिल हैं, जिन्हें शीत युद्ध के बाद पूर्व-पश्चिम में कैदियों की सबसे बड़ी अदला-बदली के तहत अगस्त में रूस की एक जेल से रिहा किया गया था। पांच साल में मंगोलिया की अपनी पहली यात्रा के दौरान पुतिन उत्तर-पूर्वी चीन में मंचूरिया पर कब्जा करने वाली जापानी सेना पर तत्कालीन सोवियत और मंगोलियाई बलों की जीत की 85वीं वर्षगांठ के अवसर पर आयोजित समारोह में शामिल होंगे। 1939 में मंचूरिया और मंगोलिया की सीमा पर कई महीनों तक चली लड़ाई में हजारों सैनिक मारे गए थे। यूक्रेन पर आक्रमण को लेकर रूस को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अलग-थलग किए जाने के प्रयासों का मुकाबला करने के लिए पुतिन ने हाल के महीनों में कई देशों की यात्रा की है।

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उन्होंने मई में चीन और जून में उत्तर कोरिया व वियतनाम की यात्रा की थी, जबकि जुलाई में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की बैठक में हिस्सा लेने के लिए कजाखस्तान पहुंचे थे। पिछले साल दक्षिण अफ्रीका सरकार के पुतिन के जोहानिसबर्ग में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में शामिल होने पर आपत्ति जताए जाने के बाद उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से इसमें हिस्सा लिया था। ब्रिक्स उभरती अर्थव्यवस्थाओं का एक समूह है, जिसमें ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका शामिल हैं। दक्षिण अफ्रीका अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायालय का भी सदस्य है।  


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Content Writer

Tanuja

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