गाजा संकट पर रूस की एंट्री! पुतिन-नेतन्याहू की फोन पर अहम बातचीत, क्षेत्रीय स्थिरता पर की चर्चा

punjabkesari.in Sunday, Nov 16, 2025 - 12:04 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्क : रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हाल ही में फोन पर बातचीत की, जिसमें मध्य पूर्व की स्थिति पर व्यापक चर्चा हुई। इस दौरान दोनों नेताओं ने गाजा में युद्धविराम, ईरान के परमाणु कार्यक्रम और सीरिया में स्थिरता जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर विशेष ध्यान दिया।

रूसी विदेश मंत्रालय का बयान
रूसी विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी कर पुष्टि की कि पुतिन और नेतन्याहू के बीच फोन पर चर्चा हुई। मंत्रालय के अनुसार, बातचीत का मुख्य फोकस मध्य पूर्व में चल रहे घटनाक्रम, विशेष रूप से गाजा में युद्धविराम समझौते और हिरासत में लिए गए व्यक्तियों के आदान-प्रदान पर रहा। रूसी समाचार एजेंसी तास ने बताया कि दोनों नेताओं ने गाजा की स्थिति, बंधकों की रिहाई, ईरान के परमाणु कार्यक्रम और सीरिया में स्थिरता लाने के प्रयासों पर गंभीर चर्चा की।

अमेरिका की कूटनीतिक सक्रियता के बीच बातचीत
यह कॉल ऐसे समय में हुई जब संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की कूटनीतिक गतिविधियां तेज हो गई हैं। इस सप्ताह अमेरिका ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद से राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की 20-सूत्रीय गाजा शांति योजना को मंजूरी देने का आग्रह किया। इस योजना में इजराइल और हमास के बीच तत्काल युद्धविराम, इजराइली सेना की चरणबद्ध वापसी, बंधकों की रिहाई, गाजा में अंतरराष्ट्रीय शांति बोर्ड के तहत अस्थायी प्रशासन, क्षेत्र का पूर्ण असैन्यीकरण और भविष्य में बड़े पैमाने पर पुनर्निर्माण जैसे बिंदु शामिल हैं।

पुतिन ने की पहल
इजराइली मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस चर्चा की पहल रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने की थी। बातचीत क्षेत्रीय मुद्दों पर केंद्रित रही, जैसा कि दोनों नेताओं के बीच पहले की वार्ताओं में देखा गया था। हालांकि, इजराइली प्रधानमंत्री कार्यालय ने इस कॉल के बारे में विस्तृत जानकारी साझा नहीं की। पुतिन और नेतन्याहू के बीच पिछली बातचीत अक्टूबर 2025 में हुई थी, जब ट्रंप की गाजा शांति योजना पर वैश्विक चर्चा अपने चरम पर थी। इस प्रस्ताव को 13 अक्टूबर को शार्म एल-शेख में आयोजित सम्मेलन में व्यापक समर्थन मिला था। ट्रंप ने 29 सितंबर को इस योजना को प्रस्तुत किया था, जिसे इजराइल ने सार्वजनिक रूप से स्वीकार किया। हालांकि, हमास ने अभी तक इसकी सभी शर्तों को पूरी तरह से स्वीकार नहीं किया है।

मध्य पूर्व में शांति की उम्मीद
विशेषज्ञों का मानना है कि पुतिन और नेतन्याहू की यह बातचीत मध्य पूर्व में तनाव कम करने और शांति स्थापित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हो सकती है। गाजा में युद्धविराम और बंधकों की रिहाई जैसे मुद्दों पर अंतरराष्ट्रीय सहमति बनाना अभी भी एक बड़ी चुनौती बना हुआ है। इस बीच, रूस और इजराइल के बीच यह संवाद क्षेत्रीय स्थिरता के लिए सकारात्मक संकेत के रूप में देखा जा रहा है।


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Content Editor

Shubham Anand