जयशंकर ने सुलिवन से की मुलाकात, द्विपक्षीय संबंधों, यूक्रेन एवं हिंद-प्रशांत पर चर्चा हुई

Wednesday, Sep 28, 2022 - 08:43 PM (IST)

वाशिंगटन, 28 सितंबर (भाषा) विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन से व्हाइट हाउस में मुलाकात के दौरान भारत-अमेरिका रणनीतिक साझेदारी में हुई प्रगति की समीक्षा की और एक मुक्त, खुले, सुरक्षित एवं समृद्ध हिंद-प्रशांत क्षेत्र को प्रोत्साहित करने संबंधी दृष्टिकोणों समेत विभिन्न वैश्विक एवं क्षेत्रीय मामलों पर विचार साझा किए।

जयशंकर चार दिन की आधिकारिक वाशिंगटन यात्रा पर हैं। उन्होंने सुलिवन के साथ मंगलवार को यूक्रेन के मुद्दे पर भी चर्चा की। सुलिवन ने मंगलवार को ट्वीट किया, ‘‘भारत के विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर से आज मुलाकात की और भारत-अमेरिका साझेदारी को और मजबूत करने के प्रयास पर चर्चा की। इसके अलावा यूक्रेन में रूस के हमले के प्रभाव को कम करने और एक मुक्त, खुले, सुरक्षित एवं समृद्ध हिंद प्रशांत क्षेत्र को बढ़ावा देने पर विचारों का आदान-प्रदान किया।’’ उनके कार्यालय ने बताया कि सुलिवन और जयशंकर ने मुलाकात के दौरान ‘‘अमेरिका-भारत रणनीतिक साझेदारी की प्रगति की समीक्षा की और यूक्रेन के खिलाफ रूस के हमले के प्रभावों एवं इसके कारण दुनियाभर में खाद्य एवं ऊर्जा सुरक्षा पर पड़ने वाले असर समेत वैश्विक एवं क्षेत्रीय प्राथमिकता वाले मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान किया।’’ उसने बताया कि दोनों नेताओं ने ‘‘ऋण स्थिरता को प्रोत्साहित करने और एक मुक्त, खुले, सुरक्षित एवं समृद्ध हिंद-प्रशांत को बढ़ावा देने के दृष्टिकोणों’’ पर चर्चा की।

अमेरिका, भारत और विश्व की कई अन्य शक्तियां हिंद-प्रशांत क्षेत्र में चीन की बढ़ती सैन्य गतिविधियों की पृष्ठभूमि में स्वतंत्र, खुले और समृद्ध हिंद-प्रशांत क्षेत्र को सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर बल दे रही हैं।

चीन विवादित दक्षिण चीन सागर के लगभग पूरे हिस्से पर अपना दावा करता है, हालांकि ताइवान, फिलीपीन, ब्रुनेई, मलेशिया और वियतनाम भी इसके कुछ हिस्सों पर अपना दावा करते हैं। बीजिंग ने दक्षिण चीन सागर में कृत्रिम द्वीप और सैन्य प्रतिष्ठान बनाए हैं।

जयशंकर ने कहा कि उन्होंने सुलिवन के साथ यूक्रेन संघर्ष एवं उसके असर, हिंद-प्रशांत की स्थिति, दक्षिण एशिया और खाड़ी के मुद्दे पर चर्चा की। मंत्री ने ट्वीट किया, ‘‘अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन से मुलाकात करके अच्छा लगा। यूक्रेन संघर्ष एवं उसके असर, हिंद-प्रशांत की स्थिति, दक्षिण एशिया और खाड़ी पर चर्चा की। मौजूदा वैश्विक आर्थिक अस्थिरता को दूर करने पर विचारों का आदान-प्रदान किया।’’ भारत ने यूक्रेन पर रूस के हमले की अभी तक निंदा नहीं की है और उसका कहना है कि इस संकट को कूटनीति एवं वार्ता से सुलझाया जाना चाहिए।

इससे पहले, जयशंकर ने पापुआ न्यू गिनी के विदेश मंत्री जस्टिन टकाचेंको से मुलाकात की। उन्होंने कहा, ‘‘हमने प्रशांत द्वीपों में हमारे बीच जारी सहयोग पर चर्चा की। इसे भविष्य में आगे ले जाने के लिए आवश्यक कदमों पर चर्चा की।’’

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PTI News Agency

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