पाकिस्तान के पूर्व वित्त मंत्री इसहाक डार ने सीनेट की सदस्यता की शपथ ली

Tuesday, Sep 27, 2022 - 09:33 PM (IST)

इस्लामाबाद, 27 सितंबर (भाषा) पाकिस्तान के पूर्व वित्त मंत्री इसहाक डार ने देश के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी के सदस्यों की नारेबाजी और विरोध के बीच मंगलवार को सीनेट की सदस्यता की शपथ ली।

पाकिस्तान के वित्त मंत्री मिफ्ताह इस्माइल के इस्तीफा देने के बाद डार इस अहम मंत्रालय की जिम्मेदारी संभालने के लिए पांच साल निर्वासित रहने के बाद स्वदेश लौटे हैं।

भ्रष्टाचार के एक मामले में आरोपी बनाए जाने के बाद डार (72) 2017 से स्व-निर्वासन में ब्रिटेन रह रहे थे। उन्हें देश के ऊपरी सदन सीनेट में पंजाब से निर्वाचित किया गया था, लेकिन देश में नहीं होने के कारण वह शपथ नहीं ले सके थे।

पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के वरिष्ठ नेता डार सोमवार को प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के साथ लंदन से पाकिस्तान लौटे थे। शरीफ ने पीएमएल-एन सुप्रीमो नवाज शरीफ के साथ बैठक के बाद वित्त मंत्री के रूप में डार की नियुक्ति की घोषणा की।

शपथ ग्रहण समारोह के दौरान पाकिस्तान तकरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के सांसदों ने स्पीकर के मंच को घेर लिया और नारेबाजी करते हुए डार को ‘चोर’ और ‘भगोड़ा’ (फरार) कहा। उनके हाथ में पीएमएल-एन के नेता के शपथ ग्रहण की निंदा करने वाली तख्तियां भी थीं।

शपथ ग्रहण के बाद सदन के नेता आजम नजीर तरार ने डार का स्वागत किया और उम्मीद जताई कि वह ‘‘पहले की तरह देश की सेवा करेंगे।’’
तरार ने विपक्ष से कहा, ‘‘हमने हमेशा इस सदन की शुचिता का ध्यान रखा है और हमने हमेशा इसका सम्मान किया है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘कानून और संविधान सभी पर लागू होते हैं। आपकी आपत्तियां निजी हैं।’’
विपक्ष के नेता शहजाद वसीम ने कहा कि सदन की यह परंपरा कभी नहीं रही कि कोई ‘‘व्यक्ति फरार हो जाता है और फिर लौट आता है।... उसकी सीट चार साल से खाली है। उसकी रक्षा के लिए ही अध्यादेश लाया गया है।’’
पीटीआई के सीनेटर ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री ने डार की भागने में मदद की।

उन्होंने कहा, ‘‘मेरी जानकारी के अनुसार, उन्होंने (डार) अदालत के समक्ष आत्मसमर्पण नहीं किया है, वह सीधे सीनेट आए हैं। क्या सीनेट का कोई सम्मान नहीं है? भगोड़े आते हैं और जाते हैं।’’
शहजाद ने कहा कि डार एक विमान में आए, जिसका भुगतान करदाताओं के पैसे से किया गया। उन्होंने कहा कि ‘‘अर्थव्यवस्था को बर्बाद करने’’ के आरोपी को फिर से लाया गया।

विपक्ष द्वारा अपना विरोध दर्ज कराए जाने के बाद सदन की कार्यवाही एजेंडे के अनुसार आगे बढ़ी।

तरार ने विपक्ष की टिप्पणी के जवाब में कहा कि डार के मामले में एक याचिका दायर की गई थी, जिस पर सुनवाई को सात अक्टूबर तक के लिए स्थगित था।

उन्होंने कहा, ‘‘आपको आलोचना करने का अधिकार है, लेकिन तथ्य को तोड़-मरोड़ कर पेश न करें।’’


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PTI News Agency

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