ऑडियो लीक मामले की जांच के लिए उच्च स्तरीय समिति का गठन करेंगे शहबाज शरीफ

Tuesday, Sep 27, 2022 - 10:25 PM (IST)

इस्लामाबाद, 27 सितंबर (भाषा) पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने मंगलवार को घोषणा की कि प्रधानमंत्री कार्यालय से ऑडियो लीक होने की घटना की जांच के लिए एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया जाएगा। इस मामले को लेकर विवाद उत्पन्न हो गया है और विपक्ष ने शरीफ के इस्तीफे की मांग की है।

उल्लेखनीय है कि पिछले सप्ताह प्रधानमंत्री की सरकार के उच्च अधिकारियों के साथ हुई कथित गोपनीय बातचीत का ऑडियो सोशल मीडिया पर प्रसारित हो गया था जिसके बाद देश के शीर्ष कार्यालय की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े हो गए थे।

शरीफ ने कहा, ‘‘मैं इसका संज्ञान ले रहा हूं और जांच के लिए इस मामले की गहराई तक पहुंचने की खातिर एक समिति का गठन किया जाएगा।’’ उन्होंने लीक की घटना को एक ‘‘बहुत गंभीर चूक’’ करार देते हुए कहा कि अब लोग ‘पीएम हाउस’ जाने से पहले सोचेंगे। उन्होंने कहा, ‘‘अब ‘पीएम हाउस’ में प्रधानमंत्री से मिलने कौन आएगा? हमदर्द हो या दोस्त, वह बात करने से पहले 100 बार सोचेंगे। यह देश के 22 करोड़ लोगों के सम्मान के बारे में है।’’ श्रृंखलाबद्ध वीडियो से पता चला कि गुप्त बैठकों की बातचीत को टैप किया जा रहा था। ऐसे ही एक क्लिप में शरीफ और उनके प्रधान सचिव तौकीर शाह को प्रधानमंत्री की भतीजी मरियम नवाज के दामाद के लिए भारत से मशीनरी आयात करने की बात करते हुए दिखाया गया है।

शरीफ ने अपने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि मरियम ने कभी भी उनसे अपने दामाद के लिए किसी एहसान के बारे में बात नहीं की। उन्होंने कहा, ‘‘डॉ तौकीर ने मुझसे इस बारे में बात की और कहा कि आधी मशीनरी पीटीआई (पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ) के कार्यकाल के दौरान आयात की गई थी। पता नहीं कितनी राशि खर्च की गई और आधी मशीनरी रह जाने पर उन्हें कितना नुकसान उठाना पड़ेगा। डॉ तौकीर ने मुझे बताया कि प्रावधान प्रतिबंधित है और इसे ईसीसी (आर्थिक समन्वय समिति) के पास ले जाना होगा।’’शरीफ ने कहा कि उन्होंने इस मामले को कैबिनेट में ले जाना उचित नहीं समझा। उन्होंने सवाल किया, ‘‘मैंने कहा कि मैं अपनी बेटी (भतीजी मरियम) को यह बता दूंगा। अब बताएं, इसमें गलत क्या है?’’उन्होंने यह भी कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ उनकी सरकार के दौरान कई ऑडियो सामने आए लेकिन कुछ नहीं किया गया या उनसे कोई सवाल नहीं किया गया।

इस मामले की जांच के लिए संयुक्त जांच दल गठित किया गया है जिनमें सेना की खुफिया एजेंसियों के प्रतिनिधि भी शामिल हैं। इस लीक कांड की गुप्तचर ब्यूरो (आईबी) भी जांच कर रहा है।

इससे पहले पाकिस्तान के गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह ने कहा कि शरीफ ने ऑडियो लीक मामले पर विचार करने के लिए इस सप्ताह राष्ट्रीय सुरक्षा समिति (एनएससी) की बैठक बुलाई है।

सनाउल्लाह ने सोमवार रात एक टीवी टॉक शो में कहा, ‘‘स्थिति की गंभीरता के कारण, प्रधानमंत्री ने मंगलवार को राष्ट्रीय सुरक्षा समिति की एक बैठक बुलाई है, जिसमें शीर्ष नागरिक और सैन्य नेतृत्व शामिल होंगे।’’अधिकारियों ने कहा था कि शीर्ष खुफिया एजेंसियों द्वारा एक प्रारंभिक रिपोर्ट तैयार की गई है जिसे सुरक्षा मामलों पर सर्वोच्च नागरिक-सैन्य निकाय एनएससी के समक्ष रखा जाएगा।

सूत्रों ने कहा कि इस मुद्दे की जांच के लिए एक समिति गठित करने की प्रधानमंत्री की घोषणा के बाद एनएससी की बैठक में देरी हो सकती है। उन्होंने संकेत दिया कि अगर यह केवल "मोबाइल फोन की हैकिंग" है तो इसमें चिंतित होने की कोई बात नहीं है। हालांकि, उन्होंने कहा कि यह तब गंभीर सुरक्षा चूक का मामला है यदि किसी ने ‘पीएम हाउस’ की जासूसी की है। उन्होंने कहा, ‘‘अगर यह जासूसी का मामला है … तो यह पता लगाना एक गंभीर मुद्दा है कि उपकरण कैसे लगाया गया और इसके पीछे कौन है। अगर यह सच है तो इसमें शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।’’मंत्री ने कहा कि उनकी जानकारी के अनुसार, गुप्तचर ब्यूरो और इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस ने मामले में अपनी प्रारंभिक जांच पूरी कर ली है और उनके प्रमुख एनएससी की बैठक में प्रधानमंत्री को निष्कर्षों से अवगत कराएंगे।



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PTI News Agency

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