अमेरिका ने यूक्रेन स्थित दूतावास में कार्यरत अपने कर्मियों के परिवारों को देश छोड़ने का आदेश दिया
Monday, Jan 24, 2022 - 04:36 PM (IST)
वाशिंगटन, 24 जनवरी (एपी) अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने यूक्रेन स्थित अमेरिकी दूतावास में कार्यरत सभी अमेरिकी कर्मियों के परिवारों को रूसी हमले के बढ़ते खतरों के बीच रविवार को देश छोड़ने का आदेश दिया।
मंत्रालय ने कीव स्थित अमेरिकी दूतावास के कर्मियों के आश्रितों को परामर्श दिया कि उन्हें देश छोड़ देना चाहिए। उसने यह भी कहा कि दूतावास में कार्यरत गैर-जरूरी कर्मी सरकारी खर्चे पर देश छोड़कर आ सकते हैं।
अमेरिका सरकार ने यह कदम ऐसे समय में उठाया है जब यूक्रेन की सीमा पर रूस की सैन्य मौजूदगी बढ़ने के कारण तनाव बढ़ गया है। अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने तनाव कम करने के लिए शुक्रवार को वार्ता की, लेकिन इस दौरान सफलता नहीं मिली।
विदेश मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा कि कीव स्थित दूतावास खुला रहेगा और इस घोषणा का मतलब यूक्रेन से अमेरिकी अधिकारियों को निकाला जाना नहीं है। उन्होंने कहा कि इस कदम पर लंबे समय से चर्चा हो रही थी और इसका अर्थ यह नहीं है कि अमेरिका यूक्रेन के प्रति समर्थन को कम कर रहा है।
विदेश मंत्रालय ने एक बयान में इन रिपोर्ट को रेखांकित किया कि रूस यूक्रेन के खिलाफ बड़ी सैन्य कार्रवाई की योजना बना रहा है, जबकि रूसी विदेश मंत्रालय ने उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन के देशों पर यूक्रेन के संबंध में गलत सूचना फैलाकर तनाव बढ़ाने का आरोप लगाया।
अमेरिका के विदेश मंत्रालय ने यात्रा परामर्श में कहा, ‘‘रूसी सैन्य कार्रवाई और कोविड-19 के बढ़ते खतरों के कारण यूक्रेन की यात्रा नहीं करें। अपराध और गृह अशांति के कारण यूक्रेन में अतिरिक्त सर्तकता बरतें। कुछ इलाकों में खतरा बढ़ा है।’’
रूस के लिए यात्रा परामर्श में भी बदलाव करते हुए कहा गया है, ‘‘यूक्रेन के साथ लगती सीमा पर जारी तनाव, अमेरिकी नागरिकों को परेशान किए जा सकने की आशंका, रूस में अमेरिकी नागरिकों की मदद करने की दूतावास की सीमित क्षमता, कोविड-19 और उससे संबंधित प्रवेश प्रतिबंधों, आतंकवाद, रूस सरकार के सुरक्षा अधिकारियों द्वारा उत्पीड़न और स्थानीय कानून के मनमाने क्रियान्वयन के कारण रूस की यात्रा नहीं करें।’’
एपी सिम्मी माधव माधव 2401 1635 वाशिंगटन
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
मंत्रालय ने कीव स्थित अमेरिकी दूतावास के कर्मियों के आश्रितों को परामर्श दिया कि उन्हें देश छोड़ देना चाहिए। उसने यह भी कहा कि दूतावास में कार्यरत गैर-जरूरी कर्मी सरकारी खर्चे पर देश छोड़कर आ सकते हैं।
अमेरिका सरकार ने यह कदम ऐसे समय में उठाया है जब यूक्रेन की सीमा पर रूस की सैन्य मौजूदगी बढ़ने के कारण तनाव बढ़ गया है। अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने तनाव कम करने के लिए शुक्रवार को वार्ता की, लेकिन इस दौरान सफलता नहीं मिली।
विदेश मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा कि कीव स्थित दूतावास खुला रहेगा और इस घोषणा का मतलब यूक्रेन से अमेरिकी अधिकारियों को निकाला जाना नहीं है। उन्होंने कहा कि इस कदम पर लंबे समय से चर्चा हो रही थी और इसका अर्थ यह नहीं है कि अमेरिका यूक्रेन के प्रति समर्थन को कम कर रहा है।
विदेश मंत्रालय ने एक बयान में इन रिपोर्ट को रेखांकित किया कि रूस यूक्रेन के खिलाफ बड़ी सैन्य कार्रवाई की योजना बना रहा है, जबकि रूसी विदेश मंत्रालय ने उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन के देशों पर यूक्रेन के संबंध में गलत सूचना फैलाकर तनाव बढ़ाने का आरोप लगाया।
अमेरिका के विदेश मंत्रालय ने यात्रा परामर्श में कहा, ‘‘रूसी सैन्य कार्रवाई और कोविड-19 के बढ़ते खतरों के कारण यूक्रेन की यात्रा नहीं करें। अपराध और गृह अशांति के कारण यूक्रेन में अतिरिक्त सर्तकता बरतें। कुछ इलाकों में खतरा बढ़ा है।’’
रूस के लिए यात्रा परामर्श में भी बदलाव करते हुए कहा गया है, ‘‘यूक्रेन के साथ लगती सीमा पर जारी तनाव, अमेरिकी नागरिकों को परेशान किए जा सकने की आशंका, रूस में अमेरिकी नागरिकों की मदद करने की दूतावास की सीमित क्षमता, कोविड-19 और उससे संबंधित प्रवेश प्रतिबंधों, आतंकवाद, रूस सरकार के सुरक्षा अधिकारियों द्वारा उत्पीड़न और स्थानीय कानून के मनमाने क्रियान्वयन के कारण रूस की यात्रा नहीं करें।’’
एपी सिम्मी माधव माधव 2401 1635 वाशिंगटन
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।