टीके के निर्माण पर भारत के साथ अमेरिका का काम लोगों की जान बचा रहा है -डीएफसी प्रमुख

Saturday, Oct 23, 2021 - 11:50 AM (IST)

वाशिंगटन, 23 अक्टूबर (भाषा) अमेरिका के अंतरराष्ट्रीय विकास वित्त निगम (डीएफसी) के प्रमुख डेविड मारचिक ने भारत की अपनी यात्रा से पहले कहा कि भारत ‘‘टीके का पावरहाउस’’ है और टीके के निर्माण में देश के साथ अमेरिका के काम करने से लोगों की जिंदगियां बच रही हैं। डीएफसी अमेरिका का विकास बैंक है जो दुनियाभर में विकासशील देशों में निवेश करता है। डीएफसी के मुख्य संचालन अधिकारी (सीओओ मारचिक के नेतृत्व में एक उच्चाधिकार प्राप्त प्रतिनिधिमंडल 24 से 26 अक्टूबर तक भारत की यात्रा करेगा।

उन्होंने कहा कि भारत डीएफसी की 2.3 अरब डॉलर से अधिक धन राशि के निवेश के लिए सबसे महत्वपूर्ण और सबसे बड़ा साझेदार है। उन्होंने हाल में ‘पीटीआई-भाषा’ को दिए साक्षात्कार में कहा, ‘‘हमारे पास महत्वाकांक्षी योजना है। हम आर्थिक विकास को आगे बढ़ाने और अमेरिका तथा भारत के बीच संबंध मजबूत करने के लिए भारत के साथ काम करने को लेकर बहुत, बहुत उत्साहित हैं।’’ डीएफसी के सीओओ अभी दक्षिण अफ्रीका की यात्रा कर रहे हैं जहां से उनके भारत आने का कार्यक्रम है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, ‘‘आमतौर पर डीएफसी लोगों की जिंदगियों को बेहतर बनाने के लिए काम करता है। टीके के निर्माण पर भारत के साथ हमारा काम लोगों की जिंदगियां बचा रहा है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘भारत टीके का पावरहाउस है। उसके पास इस क्षेत्र में बहुत नवोन्मेषी और रचनात्मक कंपनियां हैं। वे बड़ी संख्या में टीकों का उत्पादन कर रहे हैं। महामारी से निपटने के लिए निश्चित तौर पर भारत एक अहम हिस्सा है।’’ मारचिक ने कहा कि भारत का एक अरब टीकाकरण का लक्ष्य तय करना असाधारण है। उन्होंने कहा कि डीएफसी का ध्यान खासतौर पर चार क्षेत्रों- जलवायु, स्वास्थ्य, इक्विटी और लैंगिक अवसरों तथा प्रौद्योगिकी पर है। जाहिर तौर पर ये भारत की अर्थव्यवस्था के विकास के लिए चार अहम क्षेत्र हैं।



यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।

PTI News Agency

Advertising