अफगानिस्तान में समावेशी प्रशासन के लिए तालिबान की ‘‘मदद’’ करेगा पाकिस्तान: बाजवा ने राब से कहा
Monday, Sep 06, 2021 - 11:01 AM (IST)
इस्लामाबाद, चार सितंबर (भाषा) पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा ने शनिवार को ब्रिटेन के विदेश मंत्री डोमिनिक राब से कहा कि अफगानिस्तान में समावेशी प्रशासन के गठन में इस्लामाबाद तालिबान की ‘‘मदद’’ करेगा।
बाजवा ने राब के साथ यहां अपनी मुलाकात के दौरान पारस्परिक हित, क्षेत्रीय सुरक्षा और अफगानिस्तान में स्थिति से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की।
अखबार ‘पाकिस्तान ऑब्जर्वर’ की खबर के अनुसार बाजवा ने बैठक के दौरान कहा कि पाकिस्तान ‘‘अफगानिस्तान में शांति एवं स्थिरता के लिए लड़ाई जारी रखेगा तथा एक समावेशी प्रशासन के गठन में मदद करेगा।’’
बाजवा की टिप्पणी ऐसे समय आई है जब पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल फैज हमीद शनिवार को काबुल पहुंचे जहां तालिबान अब तक सरकार का गठन नहीं कर पाया है।
राब देश के शीर्ष नेतृत्व से बातचीत करने बृहस्पतिवार को पाकिस्तान पहुंचे थे।
खबर में कहा गया, ‘‘दोनों पक्ष रक्षा, प्रशिक्षण एवं आतंकवाद रोधी क्षेत्रों में सहयोग करने को लेकर सहमत हुए।’’
राब ने कहा, ‘‘ब्रिटेन-पाकिस्तान संबंधों का आधार बहुत मजबूत है और ब्रिटेन इसे अगले स्तर तक ले जाना चाहता है। अफगानिस्तान के भविष्य में भी हमारे साझा हित हैं। हम तालिबान को उसके शब्दों से नहीं, काम से परखेंगे।’’
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
बाजवा ने राब के साथ यहां अपनी मुलाकात के दौरान पारस्परिक हित, क्षेत्रीय सुरक्षा और अफगानिस्तान में स्थिति से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की।
अखबार ‘पाकिस्तान ऑब्जर्वर’ की खबर के अनुसार बाजवा ने बैठक के दौरान कहा कि पाकिस्तान ‘‘अफगानिस्तान में शांति एवं स्थिरता के लिए लड़ाई जारी रखेगा तथा एक समावेशी प्रशासन के गठन में मदद करेगा।’’
बाजवा की टिप्पणी ऐसे समय आई है जब पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल फैज हमीद शनिवार को काबुल पहुंचे जहां तालिबान अब तक सरकार का गठन नहीं कर पाया है।
राब देश के शीर्ष नेतृत्व से बातचीत करने बृहस्पतिवार को पाकिस्तान पहुंचे थे।
खबर में कहा गया, ‘‘दोनों पक्ष रक्षा, प्रशिक्षण एवं आतंकवाद रोधी क्षेत्रों में सहयोग करने को लेकर सहमत हुए।’’
राब ने कहा, ‘‘ब्रिटेन-पाकिस्तान संबंधों का आधार बहुत मजबूत है और ब्रिटेन इसे अगले स्तर तक ले जाना चाहता है। अफगानिस्तान के भविष्य में भी हमारे साझा हित हैं। हम तालिबान को उसके शब्दों से नहीं, काम से परखेंगे।’’
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