भारत को पूर्ण सब्सिडी पर मिलेंगे कोविड रोधी 19-25 करोड़ टीके : गावी
Friday, May 07, 2021 - 08:55 PM (IST)
वाशिंगटन, सात मई (भाषा) टीकों से संबंधित वैश्विक संगठन गावी ने शुक्रवार को कहा कि भारत को कोविड-19 रोधी 19-25 करोड़ टीके पूर्ण सब्सिडी पर मिलने के साथ ही तात्कालिक तकनीकी सहायता और प्रशीतन श्रृंखला उपकरण के लिए तीन करोड़ डॉलर की वित्तीय सहायता भी मिलेगी।
गावी के एक प्रवक्ता ने कहा कि कोवैक्स बोर्ड ने मुद्दे पर दिसंबर में निर्णय लिया था।
सार्वजनिक-निजी वैश्विक स्वास्थ्य भागीदारी से जुड़ा यह संगठन कम और मध्यम आय वाले देशों को टीका उपलबध कराने के लिए वैश्विक प्रयासों का नेतृत्व कर रहा है।
गावी के एक प्रवक्ता कहा, ‘‘गावी मौजूदा संकट में भारत की मदद के लिए पूरी तरह कटिबद्ध है। दिसंबर 2020 में कोवैक्स बोर्ड इस बात पर सहमत हुआ था कि एएमसी व्यवस्था के तहत मिलने वाली टीके की कुल खुराकों में से लगभग 20 प्रतिशत खुराक भारत को मिलेंगी।’’
उन्होंने कहा कि इस तरह भारत को पूर्ण सब्सिडी पर 19-25 करोड़ टीके मिलेंगे।
प्रवक्ता ने कहा कि इसके अलावा संगठन को संबंधित व्यवस्था के तहत मिलने वाली वित्तीय सहायता में से भारत को लगभग 20 प्रतिशत सहायता मिलेगी।
उन्होंने कहा कि इस तरह भारत को तात्कालिक तकनीकी सहायता और प्रशीतन श्रृंखला उपकरण के लिए तीन करोड़ डॉलर की वित्तीय सहायता भी मिलेगी।
गावी ने एक सवाल के जवाब में इस बात को स्वीकार किया कि भारत में महामारी के मौजूदा संकट के चलते संगठन की टीका आपूर्ति पर असर पड़ा है क्योंकि नयी दिल्ली टीकों की बड़ी निर्माता और आपूर्तिकर्ता रही है।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
गावी के एक प्रवक्ता ने कहा कि कोवैक्स बोर्ड ने मुद्दे पर दिसंबर में निर्णय लिया था।
सार्वजनिक-निजी वैश्विक स्वास्थ्य भागीदारी से जुड़ा यह संगठन कम और मध्यम आय वाले देशों को टीका उपलबध कराने के लिए वैश्विक प्रयासों का नेतृत्व कर रहा है।
गावी के एक प्रवक्ता कहा, ‘‘गावी मौजूदा संकट में भारत की मदद के लिए पूरी तरह कटिबद्ध है। दिसंबर 2020 में कोवैक्स बोर्ड इस बात पर सहमत हुआ था कि एएमसी व्यवस्था के तहत मिलने वाली टीके की कुल खुराकों में से लगभग 20 प्रतिशत खुराक भारत को मिलेंगी।’’
उन्होंने कहा कि इस तरह भारत को पूर्ण सब्सिडी पर 19-25 करोड़ टीके मिलेंगे।
प्रवक्ता ने कहा कि इसके अलावा संगठन को संबंधित व्यवस्था के तहत मिलने वाली वित्तीय सहायता में से भारत को लगभग 20 प्रतिशत सहायता मिलेगी।
उन्होंने कहा कि इस तरह भारत को तात्कालिक तकनीकी सहायता और प्रशीतन श्रृंखला उपकरण के लिए तीन करोड़ डॉलर की वित्तीय सहायता भी मिलेगी।
गावी ने एक सवाल के जवाब में इस बात को स्वीकार किया कि भारत में महामारी के मौजूदा संकट के चलते संगठन की टीका आपूर्ति पर असर पड़ा है क्योंकि नयी दिल्ली टीकों की बड़ी निर्माता और आपूर्तिकर्ता रही है।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।