भारतवंशी नीरा टंडन ने व्हाइट हाउस में अहम पद के लिए किया गया अपना नामांकन वापस लिया

Wednesday, Mar 03, 2021 - 05:16 PM (IST)

वाशिंगटन, तीन मार्च (भाषा) भारतवंशी नीति विशेषज्ञ नीरा टंडन ने व्हाइट हाउस ऑफिस ऑफ मैनेजमेंट एंड बजट (ओएमबी) के निदेशक पद के लिए किया गया अपना नामांकन मंगलवार को वापस ले लिया। टंडन द्वारा सोशल मीडिया पर की गई पहले की कई विवादित पोस्ट के कारण डेमोक्रेटिक और रिपब्लिक सीनेटरों की ओर से उन्हें कड़े विरोध का सामना करना पड़ा।

टंडन (50) के नामांकन की पुष्टि का रास्ता पहले ही कठिन था क्योंकि उन्हें कई सांसदों के खिलाफ ट्वीट करने पर विरोध का सामना करना पड़ रहा था। उन्होंने अपनी ही पार्टी के कई सांसदों के खिलाफ भी ट्वीट किए थे।

टंडन वाम रूझान वाले थिंक टैंक सेंटर फॉर अमेरिकन प्रोग्रेस की अध्यक्ष हैं। उनके नाम की पुष्टि यदि हो जाती तो वह राष्ट्रपति के एजेंडा के लिए प्रस्तावित बजट तैयार करने से जुड़े अहम आर्थिक पद पर आसीन होतीं।

ओएमबी व्हाइट हाउस में बजट निर्माण प्रक्रिया का प्रभारी होता है तथा नए नियमों को जारी करने में भी उसकी बड़ी भूमिका होती है।

नामांकन वापस लेने के टंडन के अनुरोध को बाइडन ने मंगलवार को स्वीकार कर लिया और संकेत दिए हैं कि उन्हें किसी अन्य पद पर प्रशासन में लाया जा सकता है।

टंडन द्वारा नामांकन वापस लेना बाइडन के लिए एक बड़ा झटका है क्योंकि उनके द्वारा नामित व्यक्तियों में वह पहली हैं जिन्हें हार का सामना करना पड़ा है। कैबिनेट के लिए नामित 23 में से 11 व्यक्तियों के नामों की पुष्टि हो चुकी है, ज्यादातर को दोनों दलों का मजबूत समर्थन प्राप्त हुआ है।

बाइडन ने एक वक्तव्य में कहा, ‘‘ऑफिस ऑफ मैनेजमेंट एंड बजट के निदेशक पद के लिए किए गए नामांकन को वापस लेने के नीरा टंडन के अनुरोध को मैंने स्वीकार कर लिया है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैं उनके अनुभव, कौशल और विचारों का बहुत सम्मान करता हूं और चाहता हूं कि मेरे प्रशासन में उनकी कोई भूमिका हो।’’
इससे पहले बाइडन को लिखे पत्र में टंडन ने कहा था, ‘‘इस भूमिका के लिए मेरे नाम पर विचार होना, मुझमें इतना भरोसा दिखाना सम्मानजनक बात है। मैं यह पत्र ऑफिस ऑफ मैनेजमेंट एंड बजट के निदेशक पद के लिए किया गया अपना नामांकन वापस लेने के लिए लिख रही हूं।’’
उन्होंने लिखा, ‘‘आपने और व्हाइट हाउस में आपकी टीम ने मेरे नाम की पुष्टि कराने के लिए बहुत मेहनत की जिसकी कि मैं सराहना करती हूं। दुर्भाग्य से यह स्पष्ट नजर आ रहा है कि मेरे नाम की पुष्टि के लिए अब आगे कोई रास्ता नहीं है और मैं नहीं चाहती कि मेरे नाम पर लगातार विचार होने से अन्य प्राथमिकताओं से आपका ध्यान भटके।’’
टंडन के नामांकन पर संकट के बादल इसलिए मंडरा रहे थे क्योंकि उन्होंने कई रिपब्लिकन और डेमोक्रेट सीनेटरों के खिलाफ सैकड़ों ट्वीट किए थे और जन प्रतिनिधियों ने इसके बदले सीनेट में उनकी पुष्टि की कार्रवाई में उनके खिलाफ मतदान करने का संकल्प लिया था।

टंडन ने अपने नामांकन की पुष्टि की प्रक्रिया आरंभ होने से पहले कथित तौर पर अपने एक हजार से अधिक ट्वीट हटा दिए थे। पिछले महीने पुष्टि की सुनवाई के दौरान उन्होंने सीनेटरों से माफी भी मांगी थी। लेकिन सीनेटरों की नाराजगी दूर नहीं हुई।



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PTI News Agency

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