‘दुनिया के सबसे अकेले हाथी ’ की मदद के लिए चेर जाएंगी पाकिस्तान
Friday, Nov 27, 2020 - 04:38 PM (IST)
इस्लामाबाद, 27 नवंबर (एपी) मशहूर गायिका और अभिनेत्री चेर ‘दुनिया का सबसे अकेला हाथी’ बताये जा रहे कावन की विदाई का जश्न मनाने के लिए पाकिस्तान पहुंचने वाली हैं। पशु अधिकारों के लिए काम करने वाले संगठनों एवं कार्यकर्ताओं की सालों की मशक्कत के बाद कावन बेहतर स्थितियों के लिए पाकिस्तान के एक चिड़ियाघर से अन्यत्र जाने वाला है।
पशुओं के कल्याण के लिए काम करने वाले वियना के संगठन फोर पॉज इंटरनेशनल के मार्टिन बाउर ने कहा कि सुरक्षा चिंताओं के चलते चेर का कार्यक्रम सार्वजनिक नहीं किया गया है लेकिन वह रास्ते में है।
फोर पॉज इंटरनेशनल ने कावन को बचाने की मुहिम की अगुवाई की। यह हाथी 35 सालों से इस चिड़ियाघर में है ओर 2012 में उसके साथी की मौत हो गयी थी।
पशुचिकित्सकों ने इस साल के प्रारंभ में कहा था कि हाथी का वजन कुछ ज्यादा हो गया है और वह कुपोषण का शिकार है। उसके बर्ताव में भी बदलाव आया है।
यह हाथी रविवार को कंबोडिया के अभयारण्य के लिए रवाना होने वाला है । चेर ने कावन का मुद्दा उठाया था और वह उसे अन्यत्र ले जाने में मुखर आवाज रही हैं। उसे अन्यत्र ले जाने की मुहिम 2016 में शुरू हुई थी।
बाउर ने कहा, ‘‘ न केवल चेर बल्कि पाकिस्तानी कार्यकर्ताओं को भी धन्यवाद, जिसके चलते कावन की तकदीर दुनियाभर में सुर्खियां बनीं और इससे उसको अन्यत्र ले जाने में मदद मिली।’’
एपी
राजकुमार नरेश नरेश 2711 1637 इस्लामाबाद
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
पशुओं के कल्याण के लिए काम करने वाले वियना के संगठन फोर पॉज इंटरनेशनल के मार्टिन बाउर ने कहा कि सुरक्षा चिंताओं के चलते चेर का कार्यक्रम सार्वजनिक नहीं किया गया है लेकिन वह रास्ते में है।
फोर पॉज इंटरनेशनल ने कावन को बचाने की मुहिम की अगुवाई की। यह हाथी 35 सालों से इस चिड़ियाघर में है ओर 2012 में उसके साथी की मौत हो गयी थी।
पशुचिकित्सकों ने इस साल के प्रारंभ में कहा था कि हाथी का वजन कुछ ज्यादा हो गया है और वह कुपोषण का शिकार है। उसके बर्ताव में भी बदलाव आया है।
यह हाथी रविवार को कंबोडिया के अभयारण्य के लिए रवाना होने वाला है । चेर ने कावन का मुद्दा उठाया था और वह उसे अन्यत्र ले जाने में मुखर आवाज रही हैं। उसे अन्यत्र ले जाने की मुहिम 2016 में शुरू हुई थी।
बाउर ने कहा, ‘‘ न केवल चेर बल्कि पाकिस्तानी कार्यकर्ताओं को भी धन्यवाद, जिसके चलते कावन की तकदीर दुनियाभर में सुर्खियां बनीं और इससे उसको अन्यत्र ले जाने में मदद मिली।’’
एपी
राजकुमार नरेश नरेश 2711 1637 इस्लामाबाद
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