कोविड-19 राहत में धोखाधड़ी के आरोप में भारतीय-अमेरिकी गिरफ्तार
Saturday, Jul 25, 2020 - 10:31 PM (IST)
वाशिंगटन, 25 जुलाई (भाषा) अमेरिका में कोरोना वायरस राहत कार्यक्रम के तहत 55 लाख अमेरिकी डॉलर की कथित धोखाधड़ी के लिये भारतीय-अमेरिकी तकनीकी कार्यकारी को गिरफ्तार किया गया है। संघीय अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
अमेरिकी वकील ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया कि मोहन (48) ने अपनी छह मुखौटा कंपनियों के लिये पेयचैक प्रोटेक्शन प्रोग्राम (पीपीपी) आवेदनों के समर्थन में जाली और दोषपूर्ण दस्तावेज जमा कराए और इसके बाद उसने अपने निजी लाभ के लिये कुछ पैसा अपने रॉबिनहुड ब्रोक्रेज अकाउंट में स्थानांतरित किया।
सिएटल टाइम्स की खबर के अनुसार संघीय पीपीपी ऋण का उद्देश्य कोरोना वायरस महामारी के दौरान श्रमिकों की मदद करना है।
अधिकारियों ने शिकायत में आरोप लगाया कि मोहन ने धोखाधड़ी से कर्ज लेने के लिये अपने आवेदनों के समर्थन में संबंधित व्यवसाय संचालन और कंपनियों के वेतन के खर्च के बारे में कई झूठे और भ्रामक बयान दिए।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
अमेरिकी वकील ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया कि मोहन (48) ने अपनी छह मुखौटा कंपनियों के लिये पेयचैक प्रोटेक्शन प्रोग्राम (पीपीपी) आवेदनों के समर्थन में जाली और दोषपूर्ण दस्तावेज जमा कराए और इसके बाद उसने अपने निजी लाभ के लिये कुछ पैसा अपने रॉबिनहुड ब्रोक्रेज अकाउंट में स्थानांतरित किया।
सिएटल टाइम्स की खबर के अनुसार संघीय पीपीपी ऋण का उद्देश्य कोरोना वायरस महामारी के दौरान श्रमिकों की मदद करना है।
अधिकारियों ने शिकायत में आरोप लगाया कि मोहन ने धोखाधड़ी से कर्ज लेने के लिये अपने आवेदनों के समर्थन में संबंधित व्यवसाय संचालन और कंपनियों के वेतन के खर्च के बारे में कई झूठे और भ्रामक बयान दिए।
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