गिलगित-बाल्टिस्तान में बौद्ध धरोहर नष्ट करने की खबरों पर भारत की चिंताओं को पाकिस्तान ने खारिज किया

Thursday, Jun 04, 2020 - 08:34 PM (IST)

इस्लामाबाद, चार जून (भाषा) पाकिस्तान ने गिलगित-बाल्टिस्तान में बौद्ध धरोहर को नष्ट करने की खबरों पर बृहस्पतिवार को भारत की चिंताओं को खारिज किया और इन्हें ‘‘निरर्थक’’ करार दिया।

भारत ने बुधवार को ‘‘पाकिस्तान के अवैध और जबरन कब्जे वाले भारतीय क्षेत्र के तथाकथित गिलगित-बाल्टिस्तान स्थित अमूल्य भारतीय बौद्ध धरोहर को तोड़ने, विरूपित करने’’ की खबरों पर पाकिस्तान को अपनी कड़ी चिंता से अवगत कराया।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने नयी दिल्ली में कहा कि प्राचीन सभ्यतागत और सांस्कृतिक धरोहर के प्रति इस तरह की ‘‘घृणित गतिविधियां’’ ‘‘अत्यंत निंदनीय’’ हैं।

उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को भारत से संबंधित क्षेत्र पर अवैध कब्जे को खत्म करना चाहिए।
श्रीवास्तव ने मुद्दे पर मीडिया के एक सवाल पर कहा कि भारत ने अमूल्य पुरातात्विक धरोहर को फिर से पूर्व स्वरूप में बहाल करने और इसके संरक्षण के लिए क्षेत्र तक अपने विशेषज्ञों की तत्काल पहुंच की मांग की है।

पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने बृहस्पतिवार को कहा कि गिलगित-बाल्टिस्तान में बौद्ध सांस्कृतिक धरोहर से जुड़ी भारत सरकार की आपत्ति ‘‘निरर्थक’’ है और यह ‘‘पाकिस्तान विरोधी दुष्प्रचार’’ का हिस्सा है।

इसने एक बयान में कहा, ‘‘भारत के आरोप ऐतिहासिक तथ्यों, अंतरराष्ट्रीय कानून और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के संबंधित प्रस्तावों के विपरीत हैं।’’
बयान में कहा गया, ‘‘झूठे और निरर्थक भारतीय दावों से जम्मू कश्मीर का विवादित स्तर नहीं बदलेगा।’’
पाकिस्तानी विदेश कार्यालय ने भारत पर यह भी आरोप लगाया कि वह पाकिस्तान को ‘‘बदनाम करने’’ और अफगान शांति प्रक्रिया के लिए जटिलता पैदा करने के उद्देश्य से संयुक्त राष्ट्र की आकलन सहायता एवं प्रतिबंध निगरानी टीम की हालिया रिपोर्ट को ‘‘तोड़-मरोड़कर’’ पेश कर रहा है।
इसने कहा कि पाकिस्तान भारत के आरोपों को खारिज करता है जो अंतरराष्ट्रीय समुदाय को गुमराह करने पर केंद्रित हैं।


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PTI News Agency

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