बाइडेन ने ट्रम्प पर राजनीतिक फायदे के लिए नफरत की आग भड़काने का आरोप लगाया

Wednesday, Jun 03, 2020 - 04:05 PM (IST)

वाशिंगटन, तीन जून (भाषा) अमेरिका के राष्ट्रपति पर जॉर्ज फ्लॉयड की हिरासत में हत्या के बाद राजनीतिक फायदे के लिए नफरत की आग फैलाने का आरोप लगाते हुए डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से राष्ट्रपति पद के संभावित उम्मीदवार जो बाइडेन ने कहा कि डोनाल्ड ट्रम्प लंबे समय से अमेरिकी लोकतंत्र की रक्षा करने वाले अधिकारों को खत्म कर रहे हैं।

अमेरिका 46 वर्षीय अफ्रीकी-अमेरिकी फ्लॉयड की मौत के बाद देश के इतिहास में अब तक की सबसे बड़ी आंतरिक अशांति से जूझ रहा है। 25 मई को मिनियापोलिस में एक श्वेत अधिकारी ने अपने घुटने से फ्लॉयड की गर्दन दबाई थी जिससे उसकी मौत हो गई थी।

इस घटना के बाद अमेरिका में जोरदार प्रदर्शन शुरू हुए जिसने हिंसक रूप ले लिया।

बाइडेन ने मंगलवार को दिए भाषण में कहा, ‘‘राष्ट्रपति ने कल सेंट जॉन्स चर्च में बाइबिल को पकड़ा। मुझे लगता है कि उन्हें इसे दिखाने के बजाय एक बार इसे खोलना चाहिए था। अगर वह इसे पढ़ते तो वह कुछ सीख सकते थे।’’उन्होंने कहा, ‘‘मैं डर और दुविधा में नहीं रहूंगा। मैं नफरत की आग नहीं भड़काऊंगा। मैं नस्लीय जख्म भरने की कोशिश करुंगा जिसने लंबे समय तक हमारे देश को त्रस्त किया, मैं राजनीतिक फायदे के लिए उनका इस्तेमाल नहीं करुंगा। मैं अपना काम करुंगा और मैं जिम्मेदारी लूंगा न कि दूसरों को जिम्मेदार ठहराऊंगा।’’आगामी राष्ट्रपति चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार ट्रम्प और डेमोक्रेटिक पार्टी के उनके प्रतिद्वंद्वी बाइडेन के बीच तीन नवंबर को राष्ट्रपति चुनाव का मुकाबला होना तय है।

पूर्व उप राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘डोनाल्ड ट्रम्प काम करने के इच्छुक नहीं हैं। इसके बजाय वह उन सभी अधिकारों को खत्म कर रहे हैं जिन्होंने लंबे समय तक हमारे लोकतंत्र की रक्षा की है।’’बाइडेन (77) ने कहा कि यह देश को नींद से जगाने का वक्त है।

उन्होंने फिलाडेल्फिया में कहा, ‘‘देश नेतृत्व के लिए तरस रहा है, ऐसा नेतृत्व जो हमें एकजुट कर सकें, ऐसा नेतृत्व जो हमें एक साथ ला सकें, ऐसा नेतृत्व जो लंबे समय से प्रताड़ित रहे समुदायों का दुख और दर्द समझ सकें।’’ साथ ही उन्होंने कहा कि हिंसा की कोई जगह नहीं है, लूट या संपत्ति में तोड़फोड़ या गिरजाघरों को जलाने या उद्योगों को नष्ट करने की कोई जगह नहीं है।

बाइडेन ने कहा, ‘‘न ही लोगों की रक्षा और उनकी सेवा की शपथ लेने वाली हमारी पुलिस के लिए यह स्वीकार्य है कि वह हिंसा करके तनाव बढ़ाए।’’ उन्होंने कहा कि शांतिपूर्ण प्रदर्शनों के वैध अधिकार और अवसरवादी हिंसक बर्बादी के बीच अंतर करने की जरूरत है।



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PTI News Agency

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