अमेरिका वायरस लीड ट्रम्प

Tuesday, May 19, 2020 - 05:58 PM (IST)

कोरोना वायरस से बचने के लिए मलेरिया की दवाई ले रहा हूं : ट्रम्प वाशिंगटन, 19 मई (भाषा) अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने सोमवार को कहा कि वह कोरोना वायरस से बचने के लिए मलेरिया रोधी दवा ‘हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन’ ले रहे हैं। हालांकि स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने आगाह किया है कि ऐसा करना असुरक्षित हो सकता है।

ट्रम्प ने व्हाइट हाउस में पत्रकारों से कहा, ‘‘ मैं करीब डेढ़ सप्ताह से यह (हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन) ले रहा हूं।’’
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि उन्हें कोविड-19 के कोई लक्षण नहीं हैं।

अमेरिका में पिछले तीन महीने में इस महामारी से 90 हजार से अधिक लोग मारे गए हैं।

ट्रम्प ने कहा कि इस संबंध में उन्होंने अपने चिकित्सकों से सलाह ली थी लेकिन व्हाइट हाउस के चिकित्सक ने इस पर कोई खास जोर नहीं दिया।

उन्होंने कहा, ‘‘व्हाइट हाउस के चिकित्सक ने दवा लेने की सलाह नहीं दी। मैंने उनसे पूछा था कि उनका इस बारे में क्या विचार है? उन्होंने कहा कि क्या आप दवाई लेना चाहते हैं। मैंने कहा कि हां, मैं दवाई लेना चाहता हूं।’’
ट्रम्प ने कहा कि वह रोज मलेरिया रोधी दवा की एक गोली लेते हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘ मैं रोज एक गोली लेता हूं। कुछ समय बाद मैं इसे लेना बंद कर दूंगा। मैं चाहता हूं कि इसका इलाज मिले या इसका टीका बने और यह एक दिन जरूर होगा। मुझे लगता है कि बहुत जल्द ऐसा होगा।’’
ट्रम्प के दवाई लेने की जानकारी देने के कुछ देर बाद ही व्हाइट हाउस के डॉक्टर सीन पी. कॉनले ने कहा कि राष्ट्रपति एकदम स्वस्थ हैं और उनमें कोविड-19 के कोई लक्षण नहीं हैं।

हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन (एचसीक्यू) मलेरिया रोधी सबसे पुरानी और जानी-मानी दवाओं में से एक है। ट्रम्प इस दवा को कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में ‘‘बाजी पलटने वाली’’ दवा करार दे चुके हैं।

ट्रम्प द्वारा एचसीक्यू को बार-बार कोरोना वायरस की दवा बताए जाने के बाद एफडीए ने एक परामर्श जारी कर कहा कि कोविड-19 के उपचार में दवा सुरक्षित और प्रभावी नहीं पाई गई है।

अमेरिकी राष्ट्रपति के आग्रह पर भारत ने कोविड-19 महामारी से सर्वाधिक प्रभावित अमेरिका को पिछले महीने एचसीक्यू की पांच करोड़ गोलियां भेजी थीं।

अमेरिका में कोरोना वायरस के 15 लाख मामले सामने आए हैं और 90 हजार से अधिक लोगों की मौत हुई है।

कोविड-19 के उपचार में एचसीक्यू एफडीए से मान्यताप्राप्त दवा नहीं है, लेकिन इसकी पहचान संक्रमण के संभावित उपचार के रूप में की गई है और अमेरिका सरकार ने इसकी तत्काल उपलब्धता का आग्रह किया है।



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PTI News Agency

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