कोविड-19 से मरीजों को दीर्घकालिक नुकसान; चीन ने बीमा में बीमारी के बाद के प्रभावों को जोड़ा
Sunday, May 17, 2020 - 06:24 PM (IST)
बीजिंग, 17 मई (भाषा) चीन के स्वास्थ्य प्राधिकरण ने कोविड-19 रोगियों के लिए चिकित्सा बीमा कवर का विस्तार करते हुए उसमें बीमारी के बाद विभिन्न अंगों पर पड़ने वाले प्रभावों को भी शामिल किया है। कोविड-19 से ठीक हुए रोगी अपनी इन समस्याओं के लिए सरकारी चिकित्सा बीमा कवर के अंतर्गत इलाज करा सकें।
चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग (एनएचसी) ने कोविड-19 से ठीक हुए लोगों को लेकर जारी अपने दिशा-निर्देशों में कहा कि ठीक हुए कुछ मरीजों को फेफड़ों और हृदय को हुए नुकसान के लिए उपचार की आवश्यकता होगी, साथ ही मांसपेशियों के नुकसान से जिन्हें चलने में, काम करने में समस्या हो रही है या जिनमें मनोवैज्ञानिक विकार की समस्याएं आ गई है, उन सभी को इलाज की आवश्यकता होगी।
स्वास्थ्य कर्मचारियों को रोगियों की संभावित दीर्घकालिक उपचार आवश्यकताओं के बारे में सूचित करने के अलावा, अधिकारियों ने इन समस्याओं को भी पुरानी बीमारियों के रूप में वर्गीकृत किया है, जिससे कि निवासी सरकारी चिकित्सा बीमा योजनाओं के तहत चिकित्सा खर्च उपलब्ध कराने के लिए दावा कर सकें।
हांगकांग स्थित ‘साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट’ ने एनएचसी के दिशानिर्देशों का हवाला देते हुए कहा, ‘‘कोविड-19 के इलाज के बाद अस्पतालों से छुट्टी पाने वाले लोगों की संख्या बढ़ने के साथ, राहत व पुनर्वास कार्यों की जरूरतें महत्त्वपूर्ण हो गई हैं।’’ शनिवार तक चीन में 78,227 लोग बीमारी से उबर चुके हैं। सरकार ने संक्रमण को रोकने के लिए 23 जनवरी से कार्रवाई शुरू की थी।
पिछले साल दिसंबर में चीन के वुहान में उभरी कोरोना वायरस महामारी दुनिया भर में अब तक 3,12,000 से अधिक लोगों की जान ले चुकी है और 46 लाख से अधिक लोगों संक्रमित हैं।
चीन में शनिवार तक कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों की संख्या 82,947 थी। कुल मामलों में से, 86 रोगियों का इलाज चल रहा है।
एनएचसी ने बताया कि घातक वायरस से देश में 4,634 लोगों की जान जा चुकी है।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग (एनएचसी) ने कोविड-19 से ठीक हुए लोगों को लेकर जारी अपने दिशा-निर्देशों में कहा कि ठीक हुए कुछ मरीजों को फेफड़ों और हृदय को हुए नुकसान के लिए उपचार की आवश्यकता होगी, साथ ही मांसपेशियों के नुकसान से जिन्हें चलने में, काम करने में समस्या हो रही है या जिनमें मनोवैज्ञानिक विकार की समस्याएं आ गई है, उन सभी को इलाज की आवश्यकता होगी।
स्वास्थ्य कर्मचारियों को रोगियों की संभावित दीर्घकालिक उपचार आवश्यकताओं के बारे में सूचित करने के अलावा, अधिकारियों ने इन समस्याओं को भी पुरानी बीमारियों के रूप में वर्गीकृत किया है, जिससे कि निवासी सरकारी चिकित्सा बीमा योजनाओं के तहत चिकित्सा खर्च उपलब्ध कराने के लिए दावा कर सकें।
हांगकांग स्थित ‘साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट’ ने एनएचसी के दिशानिर्देशों का हवाला देते हुए कहा, ‘‘कोविड-19 के इलाज के बाद अस्पतालों से छुट्टी पाने वाले लोगों की संख्या बढ़ने के साथ, राहत व पुनर्वास कार्यों की जरूरतें महत्त्वपूर्ण हो गई हैं।’’ शनिवार तक चीन में 78,227 लोग बीमारी से उबर चुके हैं। सरकार ने संक्रमण को रोकने के लिए 23 जनवरी से कार्रवाई शुरू की थी।
पिछले साल दिसंबर में चीन के वुहान में उभरी कोरोना वायरस महामारी दुनिया भर में अब तक 3,12,000 से अधिक लोगों की जान ले चुकी है और 46 लाख से अधिक लोगों संक्रमित हैं।
चीन में शनिवार तक कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों की संख्या 82,947 थी। कुल मामलों में से, 86 रोगियों का इलाज चल रहा है।
एनएचसी ने बताया कि घातक वायरस से देश में 4,634 लोगों की जान जा चुकी है।
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