पाकिस्तान में इमरान सरकार के खिलाफ बगावत, पूरे देश में सड़कों पर उतरे लोग

Wednesday, Oct 14, 2020 - 12:49 PM (IST)

पेशावरः गिलगित बाल्टिस्तान को अलग प्रांत बनाकर यहां की स्थिति बदलने की पाकिस्तान सरकार की कोशिश के खिलाफ लोग सड़कों पर उतर आए हैं। गिलगित बाल्टिस्तान के लोगों ने नागरिक और राजनीतिक अधिकारों पर इस्लामाबाद के खिलाफ इस क्षेत्र और पाकिस्तान के प्रमुख शहरों में प्रदर्शन किए। पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) के मुजफ्फराबाद शहर में रविवार को जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट और स्टूडेंट लिबरेशन फ्रंट द्वारा गिलगित बाल्टिस्तान को प्रांत बनाने के सरकार के फैसले के खिलाफ बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किया गया। राजनीतिक कार्यकर्ताओं ने कहा कि वे खुद को बलिदान कर देंगे लेकिन पाकिस्तान को क्षेत्र की स्थिति को बदलने नहीं देंगे।

गिलगित-बाल्टिस्तान के लोगों ने मुजफ्फराबाद (पाकिस्तान के कब्जे वाले गुलाम कश्मीर), कराची और हुजा में सरकार के विरोध में प्रदर्शन दौरान बाबा जान जैसे मानवाधिकार कार्यकर्ताओं के खिलाफ कार्रवाई को लेकर भी विरोध जताया है। कराची के गिलगित बाल्टिस्तान यूथ अलायंस के एक नेता ने कहा, हम तब तक हार नहीं मानने वाले हैं, जब तक सभी कार्यकर्ता जेलों से छूट नहीं जाते। हम सभी गिरफ्तार होने के लिए तैयार हैं। हम असेरन-ए-हुनजा रिहाई समिति के अगले कदम की प्रतीक्षा कर रहे हैं। इसकी रजामंदी मिलते ही हम डायमर, दारेल से लेकर खुन्जेरब सीमा तक व्यापक विरोध प्रदर्शन करेंगे। हम कराची, लाहौर और इस्लामाबाद में भी प्रदर्शन करेंगे। अगर जरूरत पड़ी तो हम हड़ताल पर जाएंगे।

बता दें पाकिस्तान ने गिलगिट-बाल्टिस्तान में 15 नवंबर को विधानसभा एसेम्बली चुनाव कराने की घोषणा की है। इस मुद्दे पर पाकिस्तानी नेतृत्व के बयानों का जिक्र करते हुए हाल ही में भारत ने कहा कि पाकिस्तान का भारत के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप करने का कोई अधिकार नहीं है। हमारा रूख स्पष्ट और सतत है। सम्पूर्ण जम्मू कश्मीर और लद्दाख, भारत का अभिन्न हिस्सा है और हमेशा रहेगा। भारत द्वारा कड़ी आपत्ति दर्ज कराए जाने के बावजूद पाकिस्तान ने गिलगित बाल्तिस्तान चुनाव कराने की घोषणा की है। रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण इस क्षेत्र में इससे पहले चुनाव स्थगित कर दिया गया था। राष्ट्रपति डॉ आरिफ अल्वी ने बुधवार को इस संबंध में एक अधिसूचना जारी की।  

Tanuja

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