US Election: वोटिंग दौरान हिंसा का डर, व्हाइट हाउस से लेकर दुकानों तक में बढ़ाई गई सुरक्षा

Tuesday, Nov 03, 2020 - 02:06 PM (IST)

लास एंजलिसः अमेरिका में आज हो रहे राष्ट्रपति चुनाव के मद्देनजर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। देश में चुनाव से संबंधित खतरों से निपटने के लिए खास सतर्कता बरती जा रही है। चुनाव के दिन सड़कों पर हिंसा बढ़ने की आशंका के मद्देनजर व्हाइट हाउस और बड़े वाणिज्यिक स्थलों पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। अहम सरकारी प्रतिष्ठानों में उच्च सतर्कता बरती जा रही है। 'सीक्रेट सर्विस' ने व्हाइट हाउस की किलेबंदी कर दी है। मंगलवार को मतदान से पहले व्हाइट हाउस परिसर के चारों ओर बड़ी अस्थाई दीवारें खड़ी की गई हैं।

चुनाव की पूर्व संध्या पर ठेकेदारों को उत्तर में न्यूयॉर्क और बोस्टन से लेकर दक्षिण में ह्यूस्टन और पूर्व में वॉशिंगटन डीसी और शिकागो से लेकर पश्चिम में सान फ्रांसिस्को तक इमारतों की खिड़कियों पर लकड़ी के कवर लगाते देखा जा रहा है। अमेरिका में 2020 आम चुनाव को हालिया अमेरिकी इतिहास में सबसे विभाजनकारी चुनाव बताया जा रहा है। 'द वॉशिंगटन पोस्ट ने कहा, ''चुनाव के बाद हिंसा के डर से खुदरा कारोबारियों ने खिड़कियों पर लकड़ी के कवर लगा दिए हैं और सुरक्षा व्यवस्था कड़ी करने के प्रबंध किए हैं।'' कैलिफोर्निया के बेवेर्ली हिल्स के पुलिस प्रमुख ने चुनाव के मद्देनजर हिंसा की चेतावनी दी है। उन्होंने 'सीबीएस न्यूज को सोमवार को बताया कि अधिकारी बिना कोई छुट्टी लिए दिन के 12 घंटे काम कर रहे हैं।

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार शाम ट्वीट किया था कि पेंसिल्वेनिया में मतगणना को लेकर सुप्रीम कोर्ट का फैसला हिंसा भड़का देगा। सुप्रीम कोर्ट में पेंसिल्वेनिया में चुनाव के तीन दिन बाद तक मत पत्रों की अनुमति दे दी है। लास वेगास मेट्रोपॉलिटन पुलिस विभाग के होमलैंड सिक्योरिटी डिवीजन में उप प्रमुख एंड्रयू वाल्श ने कहा कि लोगों को पुलिस की उपस्थिति बनाए बिना माहौल को सुरक्षित बनाना पुलिस विभागों के लिए एक चुनौती है।" उन्होंने कहा कि वोटिंग दौरान हिंस से निपटने के लिए जहां पुलिस दल तैनात किए गए हैं वहीं गश्त से स्थिति का जायजा भी लिया जा रहा है।


उन्होंने कहा कि देशव्यापी कानून प्रवर्तन एजेंसियों के सामने कई चुनौतियां है क्योंकि हड़ताली अनिश्चितताओं के साथ चुनावी हलचल की तैयारी करते हैं। अमेरिकी सुरक्षा विभागों ने वोटिंग दौरान बिडेन और ट्रंप समर्थकों के बीच हिंसक झड़पों के अलावा साइबर हमलों की आशंका भी जताई है। इस खथरे से निपटने के लिए इमारतों को सुरक्षा कवच का रूप दिया जा रहा है। गौरतलब है है कि अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव की घड़ी आ गई है। 3न नवंबर (भारतीय समयानुसार 4 नवंबर सुबह 6 बजे) को राष्ट्रपति चुनाव है। सबसे खास बात यह है कि यहां अर्ली वोटिंग, यानी तय तारीख से पहले मेल वोटिंग की व्यवस्था है। इसके जरिए करीब 50 फीसदी मतदान हो चुके हैं। मतदान की समय सीमा खत्म होते ही मतगणना शुरू हो जाएगी।

 

अगर सबकुछ ठीक-ठाक रहा तो 4 नवंबर की शाम तक यह साफ हो जाएगा कि डोनाल्ड ट्रंप राष्ट्रपति बने रहेंगे या उनकी जगह डेमोक्रेट पार्टी के जो बाइडेन वॉइट हाउस पहुंचेंगे। इस बार अमेरिकी चुनाव कई मायनों में ऐतिहासिक है। खासकर कोरोना के दौर में चुनाव का होगा। अमेरिका में 24 करोड़ मतदाता हैं। जानकारों का कहना है कि पिछली बार की तरह इस बार भी साइलेंट वोटर ही किंगमेंटर होंगे।

Tanuja

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