PHOTOS: जापान में शक्तिशाली भूकंप से भीषण तबाही, अब तक 29 की मौत

Saturday, Apr 16, 2016 - 11:13 AM (IST)

मिशाकी: दक्षिण पश्चिमी जापान में 24 घंटे के अंतराल में आए दो शक्तिशाली भूकंपों में 29 लोग मारे गए हैं और सैकड़ों लोग ध्वस्त हो चुके घरों के मलबे में दबे हैं । भूकंप के कारण हजारों लोगों को जिम और होटल लॉबियों में जाकर शरण लेनी पड़ी है। राहत और बचाव कार्य लगातार जारी है जिसके चलते अभी मरने वालों की संख्या का सही सही पता नहीं चल पाया है । कुमामाटो प्रांत के अधिकारी तोमोयुकी तनाका ने बताया कि समय के साथ मृतकों की संख्या बढ़ रही है । बीती रात आए 7.3 तीव्रता के भूकंप में 19 लोग मारे गए हैं । इस भूकंप ने दक्षिण पश्चिमी क्यूशु द्वीप को हिलाकर रख दिया ।

गुरूवार की रात क्यूशु में 6.5 तीव्रता का भूकंप आया था जिसमें दस लोग मारे गए थे और 800 अन्य घायल हुए थे । तनाका ने बताया कि घायलों की संख्या लगातार बदल रही है और उनके पास कोई सटीक आंकड़ा नहीं है । इन भूकंपों के बाद अन्य भूकंपीय झटकों का आना जारी है। आज सुबह 5. 4 तीव्रता का झटका भी महसूस किया गया । जापान मौसम एजेंसी ने कहा कि आज तड़के आया भूकंप मुख्य भूकंप हो सकता है जबकि इससे पूर्व आया भूकंप , भूकंप के आने से पहले का झटका हो सकता है । दोनों भूकंपों का केंद्र करीब दस किलोमीटर की गहराई में स्थित था जिससे इसके सतह के अधिक करीब होने के कारण इमारतों को अधिक नुकसान हुआ ।  

जापानी मीडिया में आई खबरों में बताया गया है कि करीब दो लाख घरों में बिजली नहीं है । इलाके में पेयजल आपूर्ति व्यवस्था भी ठप हो गई है। जापानी टीवी न्यूज फुटेज में दिखाया गया है कि बचाव केंद्रों में एक एक कंबल में कई कई लोग सिमटे बैठे हैं , चारों आेर खामोशी है । मुख्य कैबिनेट सचिव योशिहिदे सुगा ने शनिवार को एक संवाददाता सम्मेलन में बताया कि कुमामाटो पुलिस थाने और आेइता के पास के करीब 100 थानों में 300 से अधिक फोन आए जिनमें लोगों ने मदद की गुहार लगाई और मलबे के नीचे दबे लोगों को निकाले जाने का आग्रह किया । उन्होंने बताया कि 16 हजार सैनिक राहत कार्यों में लगे हैं ।

प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने कहा कि 7.3 तीव्रता के भूकंप से हुआ नुकसान बहुत अधिक हो सकता है । परमाणु नियामक प्राधिकरण ने क्यूशु के सेनदाई परमाणु संयंत्र में किसी प्रकार की गड़बड़ी से इंकार किया है। सरकारी प्रसारक एनएचके टीवी ने दिखाया कि एतिहासिक कुमामाटो महल से पत्थर के टुकड़े नीचे गिरे और परिसर में एक लकड़ी का ढांचा ध्वस्त हो गया । आर्क होटल में ठहरे अतिथि चेतावनी सायरन और झटकों के चलते नींद से जाग उठे ।

टीवी चैनलों में कल से बार बार एक तस्वीर दिखाई गई जिसमें बचावकर्मियों ने रातभर चले बचाव अभियान के बाद मलबे से एक शिशु को निकाला जो कंबल में लिपटा हुआ था और उसे कोई चोट नहीं आई । युईचिरो योशिकाडो ने बताया कि गुरूवार को जिस समय भूकंप आया उस समय वह माशिकी में अपने घर में स्नान कर रहा था । 

Advertising