पोप फ्रांसिस: ब्यूनस आयर्स से वेटिकन तक, एक साधारण लड़के की असाधारण यात्रा

punjabkesari.in Monday, Apr 21, 2025 - 06:25 PM (IST)

International Desk:अर्जेंटीना की गलियों से लेकर वेटिकन की सबसे ऊँची कुर्सी तक पहुंचने वाला साधारण से लड़के का दुनिया के सबसे बड़े धर्मगुरू पोप फ्रांसिस बनने तक का सफर आसान नहीं रहा।  पोप फ्रांसिस अपने विनम्र स्वभाव, गहरी सहानुभूति और गरीबों के प्रति संवेदना के लिए याद किया जाएगा। वे पहले लैटिन अमेरिकी पोप बने, पहले जेसुइट, और पहले ऐसे पोप बने जिन्होंने सेंट फ्रांसिस ऑफ असीसी के नाम को अपनाया जो सादगी, करुणा और न्याय का प्रतीक है। उनका जीवन सत्ता नहीं, सेवा का उदाहरण रहा। वे न सिर्फ कैथोलिक चर्च, बल्कि पूरी मानवता के लिए आशा की किरण थे। पोप फ्रांसिस जिनका जन्म का नाम  जॉर्ज मारियो बर्गोग्लियो था ने अपने जीवन में सेवा, विनम्रता और गरीबों के प्रति गहरी संवेदना को केंद्र में रखा। वे पहले लैटिन अमेरिकी पोप थे और दुनिया में अपनी सादगी और मजबूत नैतिक मूल्यों के लिए पहचाने गए। सोमवार को उनका 88 वर्ष की उम्र में निधन हो गया।पोप फ्रांसिस को उनके मानवीय दृष्टिकोण, धार्मिक सहिष्णुता, सामाजिक न्याय के पक्षधर, और चर्च में पारदर्शिता लाने वाले नेता के रूप में याद किया जाएगा।

 

 उनके जीवन की प्रमुख घटनाएं 

  • 17 दिसंबर 1936 – जन्म ब्यूनस आयर्स, अर्जेंटीना में हुआ। वे पांच भाई-बहनों में सबसे बड़े थे।
  • 13 दिसंबर 1969 – जेसुइट समुदाय में पादरी बने।
  • 1970 का दशक – अर्जेंटीना में तानाशाही के दौरान जेसुइट समुदाय के प्रमुख रहे।
  • 20 मई 1992 – ब्यूनस आयर्स के सहायक बिशप बनाए गए।
  • 1998 – ब्यूनस आयर्स के आर्कबिशप बने।
  • 21 फरवरी 2001 – पोप जॉन पॉल द्वितीय ने उन्हें कार्डिनल बनाया।
  • 13 मार्च 2013 – 266वें पोप चुने गए।

 

  पोंटिफिकेट (पोप कार्यकाल) की अहम उपलब्धियां:

2013: चर्च सुधार के लिए आठ कार्डिनलों की सलाहकार टीम बनाई। "ओट्रान्टो के शहीदों" को संत घोषित किया। सिसिली के लैम्पेदुसा द्वीप जाकर प्रवासियों के प्रति सहानुभूति दिखाई।
2014:  बेतलहम में इजराइल की दीवार पर प्रार्थना की। वेटिकन गार्डन में इजराइली और फलस्तीनी नेताओं संग शांति प्रार्थना करवाई।
2015:  अमेरिका में आदिवासियों के प्रति चर्च की गलतियों के लिए माफी मांगी।
2016:  अमेरिका-मेक्सिको सीमा पर मृत प्रवासियों के लिए प्रार्थना की।  डोनाल्ड ट्रंप की दीवार नीति की आलोचना की।
2017–2018:  म्यांमार के रोहिंग्या मुस्लिमों के पक्ष में आवाज उठाई। चिली के यौन शोषण मामलों में अपनी भूल स्वीकारी और बिशपों से इस्तीफा मांगा। मृत्युदंड को सभी हालात में गलत बताया। चीन के साथ बिशप नियुक्ति को लेकर समझौता किया।
2019: मिस्र के इमाम के साथ “मानव बंधुत्व” पर समझौता।  चर्च कानून में बदलाव कर यौन शोषण की रिपोर्टिंग प्रक्रिया तय की।  हिरोशिमा-नागासाकी में परमाणु हथियारों को "अनैतिक" कहा।
2021–2023: इराक का दौरा करने वाले पहले पोप बने। समलैंगिक जोड़ों को सीमित रूप में आशीर्वाद देने की मंजूरी दी।स्पष्ट संदेश दिया "LGBTQ होना अपराध नहीं" ।

 

 स्वास्थ्य संबंधित घटनाएं

  • 2021:  आंत की सर्जरी कराई गई।
  • 2023:  हर्निया और आंत संबंधी दोबारा ऑपरेशन।
  • 2025: ब्रोंकाइटिस और फेफड़ों के संक्रमण के बाद स्वास्थ्य बिगड़ा।
  • 23 मार्च को अस्पताल से छुट्टी मिली, लेकिन कमजोरी बनी रही।

 
 


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Content Writer

Tanuja

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