‘भारत की यात्रा से पहले चीन की यात्रा करना सू की का एक संतुलन बनाने का कार्य’

Tuesday, Aug 23, 2016 - 03:30 PM (IST)

बीजिंग: म्यांमार की नेता आंग सान सू की का भारत यात्रा से पहले चीन की यात्रा करना प्रमुख शक्तियों के बीच ‘‘संतुलन’’ बनाने की उनकी इच्छा को दर्शाता है।  सरकारी शिन्हुआ संवाद समिति ने आज इस बात की आेर इंगित करते हुए कहा कि चीन का म्यांमार के साथ व्यापक बुनियादी संबंध हैं और वह सिर्फ सेना पर भरोसा नहीं करता।

जापान की मीडिया रिपोर्टों का हवाला देते हुए सरकारी ‘ग्लोबल टाइम्स’ के एक लेख में लिखा गया है कि सू की ने पिछले हफ्ते चीन की यात्रा की जो ‘‘यह दिखाता है कि म्यांमार की कूटनीति में चीन भारत की अपेक्षा अधिक महत्वपूर्ण दिखता प्रतीत होता है।’’ जापान की मीडिया रिपोर्ट में यह कहा गया था कि म्यांमार की कूटनीति में भारत की स्थिति अधिक अहम होगी।

इसके अनुसार, ‘‘जून में :राष्ट्रीय सलाहकार एवं विदेश मंत्री: सू की ने विदेश राज्य मंत्री वी के सिंह से मुलाकात के दौरान भारत यात्रा की अपनी इच्छा जाहिर की थी।’’ लेख में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की हाल में सम्पन्न म्यांमार यात्रा के संयोग का हवाला देते हुए कहा गया है, ‘‘सू की ने अपनी पहली विदेश यात्रा के लिए ,संभवत आसियान से बाहर अपनी यात्रा के लिए ,चीन को चुना है और एेसा उन्होंने इसलिए नहीं किया क्योंकि वह भावनात्मक रूप से चीन के करीब हैं, बल्कि इसलिए कि उन्हें म्यांमार की आंतरिक राजनीति और राष्ट्रीय हितों का म्याल है। वह दो प्रमुख शक्तियों के बीच संतुलन की कोशिश करते हुए देश का नेतृत्व करेंगी।’’

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