मॉरीशस के भारतवंशी प्रधानमंत्री ने बेटे को सौंपी सत्ता, विपक्ष ने किया बहिष्कार

Tuesday, Jan 24, 2017 - 12:37 PM (IST)

पोर्ट लुईसः  मॉरीशस के भारतीय मूल के प्रधानमंत्री सर अनिरुद्ध जगन्नाथ ने विपक्ष के विरोध के बावजूद सोमवार को बेटे प्रवीण को सत्ता हस्तांतरित कर दी। विपक्ष ने हालांकि उनके इस फैसले को खारिज करते हुए द्वीपीय राष्ट्र में फिर से चुनाव कराने की मांग की है। जगन्नाथ (86) ने राष्ट्रपति अमीन गरीब फाकिम को आधिकारिक रूप से अपना इस्तीफा सौंप दिया है। वह काफी दिनों से इसके संकेत भी दे रहे थे। उनका कार्यकाल 2019 में समाप्त होना था। इस्तीफा देने के बाद जगन्नाथ ने कहा, 'प्रधानमंत्री का पद संभालना बड़ी जिम्मेदारी है। यह बड़ा बोझ है। मैंने इसे निभाया, लेकिन अब युवाओं का मार्ग प्रशस्त करने का समय आ गया है।'

इसके बाद उनके बेटे प्रवीण (55) को प्रधानमंत्री पद के लिए नामित किए जाने का पत्र सौंपा गया जिसके पश्चात सोमवार को ही प्रवीण ने प्रधानमंत्री पद की शपथ ग्रहण की।मॉरीशस हिंद महासागर में स्थित एक द्वीपीय देश है। मॉरीशस राजनीतिक स्थायित्व का आदर्श नमूना है। लेकिन सत्ता हस्तांतरण इस द्वीपीय देश में अशांति पैदा कर रही है। विपक्ष ने जगन्नाथ के उत्तराधिकारी को अस्वीकार कर दिया है। उसने शपथ ग्रहण समारोह का बहिष्कार भी किया।

विपक्ष के नेता और पूर्व प्रधानमंत्री पॉल बेरेंगर ने कहा, 'प्रधानमंत्री के लिए सबसे अच्छा होता है कि इस्तीफे से पहले वह नेशनल असेंबली को भंग करते और चुनाव कराते।' स्थानीय रेडियो कार्यक्रमों में बहुत से नागरिकों ने भी ऐसी ही भावनाएं व्यक्त की हैं। उनका कहना है कि उन्होंने जगन्नाथ को वोट दिया था, न कि उनके बेटे को। जगन्नाथ 1982 से कई बार देश के प्रधानमंत्री रह चुके हैं।

 

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