पाकिस्तानियों का विदेशों में गंदा खेल: दुकानों पर बेच रहे एक्सपायर्ड और नकली माल, द.अफ्रीका को हुआ बड़ा नुकसान

punjabkesari.in Wednesday, Sep 04, 2024 - 05:19 PM (IST)

International Desk: दक्षिण अफ्रीका में नकली और एक्सपायर्ड सामान की बिक्री बढ़ रही है, जिससे देश की अर्थव्यवस्था और नागरिकों की सेहत को भारी नुकसान हो रहा है। टैक्स जस्टिस साउथ अफ्रीका (TJSA) और साउथ अफ्रीका रेवेन्यू सर्विसेस (SARS) ने चेतावनी दी है कि इस अवैध व्यापार के कारण देश को हर पांच महीने में अरबों रैंड का नुकसान हो रहा है। ट्रांज़नेशनल अलायंस टू कॉम्बैट इलिसिट ट्रेड (Tracit) की रिपोर्ट के अनुसार, दक्षिण अफ्रीका में भ्रष्टाचार इस अवैध व्यापार को बढ़ावा दे रहा है। Tracit के वरिष्ठ नीति सलाहकार, एस्टेबान गिउडिसी ने कहा कि भ्रष्टाचार की वजह से नकली और अवैध सामानों का व्यापार फल-फूल रहा है, और इसे गंभीर अपराध के रूप में नहीं लिया जा रहा है।

 

पोलोक्वाने के वेस्टनबर्ग क्षेत्र में भी पुलिस ने छापेमारी की, जहां कई अवैध प्रवासी एक्सपायर्ड सामान बेचते हुए पाए गए। स्थानीय निवासियों ने शिकायत की थी कि पाकिस्तानी नागरिकों द्वारा संचालित अधिकांश दुकानों में एक्सपायर्ड सामान बेचा जा रहा है। पुलिस ने इन दुकानों से एक्सपायर्ड सामान जब्त कर नष्ट कर दिया। 
पुलिस मंत्री भेकी सेले ने जोहान्सबर्ग के सेंट्रल बिजनेस डिस्ट्रिक्ट (CBD) में चल रहे अवैध गतिविधियों के खिलाफ ऑपरेशन शनाला का नेतृत्व किया। इस अभियान के दौरान पुलिस ने नकली सामान और एक्सपायर्ड खाद्य पदार्थों की बड़े पैमाने पर जब्ती की। उन्होंने कहा कि देश में नकली सामान और अवैध प्रवासियों की समस्या गंभीर है, जो अवैध रूप से किराए पर ली गई दुकानों में ये नकली और एक्सपायर्ड उत्पाद बेच रहे हैं।

 

ऑपरेशन शनाला के दौरान पुलिस ने अवैध रूप से कब्जाए गए भवनों में छापा मारा और अवैध सिगरेट, एक्सपायर्ड खाद्य सामग्री, और नकली पहचान पत्रों को जब्त किया। इस अभियान के दौरा कई अवैध प्रवासियों को गिरफ्तार किया गया जो इन दुकानों में काम कर रहे थे। TJSA के अनुसार, अगर अवैध सामान की बिक्री न होती, तो सरकार हर पांच महीने में शिक्षा के लिए अतिरिक्त 12 अरब रैंड जुटा सकती थी। स्वास्थ्य के लिए: 6.5 अरब रैंड का निवेश कर सकती थी और सामुदायिक विकास के लिए: 6.5 अरब रैंड का अतिरिक्त बजट आवंटित कर सकती थी। 

 

पुलिस मंत्री सेले ने कहा कि आगे की कार्रवाई उन लोगों के खिलाफ की जाएगी जिन्होंने अपनी दुकानों को अवैध प्रवासियों को किराए पर दिया था। उन्होंने यह भी कहा कि अगर दुकानदार अपनी दुकानों का सही तरीके से उपयोग नहीं कर रहे हैं, तो उन्हें उन लोगों को देना चाहिए जो इसका सही उपयोग कर सकें। यह अभियान केवल जोहान्सबर्ग तक ही सीमित नहीं है, बल्कि पूरे देश में अवैध गतिविधियों के खिलाफ चलाए जा रहे बड़े अभियानों का हिस्सा है। पुलिस और अन्य सरकारी विभाग मिलकर इस समस्या को जड़ से खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं।


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Content Writer

Tanuja

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