पाकिस्‍तान में आंतिकयों के चीनी नागरिकों पर बढ़े हमले, टेंशन में PM इमरान

Monday, Dec 28, 2020 - 05:32 PM (IST)

इस्‍लामाबाद: पाकिस्तानी आंतकी समूहों का चीन के प्रति गुस्सा इस कद्र बढ़ता जा रहा है।  ग्‍वादर पोर्ट में CPEC के तहत बन रहे चीनी नेवल बेस और डीप सी पोर्ट का विरोध करने वाले  ये आंतकी अब शहरों में भी चीनी नागरिकों को निशाना बनाने लगे हैं। बलूचों का चीन के प्रति गुस्सा इस कद्र बढ़ चुका है कि पाकिस्‍तान की आर्थिक राजधानी कराची में  चीन के नागरिकों पर जानलेवा हमला हुआ।  पिछले दिनों ही बलूचिस्‍तान में बलूच विद्रोहियों ने पाकिस्‍तान के 7 सैनिकों को  भी मार गिराया। उधर, बलूचों के बढ़ते हमले से टेंशन में आई पाकिस्‍तानी सेना और प्रधानमंत्री इमरान खान अब ग्‍वादर को कटीले तार की दीवार से सील करने में जुट गए हैं।

 

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक बलूच विद्रोहियों ने अपनी रणनीति बदलते हुए अब देश के शहरी इलाकों में बेल्‍ट एंड रोड परियोजना, चीन के निवेश और चीनी नागरिकों को निशाना बनाना शुरू कर दिया है। गत मंगलवार को कराची के बाहरी इलाके में एक कार शोरूम के अंदर एक चीनी नागरिक और उसके सहयोगी पर बंदूकों से जानलेवा हमला हुआ  जिसमें वे बाल-बाल बच गए। एक सप्‍ताह पहले एक अन्‍य चीनी नागरिक की कार को कराची के पॉश क्लिफ्टन इलाके में रेस्‍त्रां के बाहर विस्‍फोट करके उड़ा दिया गया था। इन दोनों ही हमलों की जिम्‍मेदारी सिंधुदेश रिवोल्‍यूशनरी आर्मी ने ली थी।

 
सिंधुदेश रिवोल्‍यूशनरी आर्मी ने एक बयान जारी करके कहा, 'चीन और पाकिस्‍तान जबरन चीन-पाकिस्‍तान आर्थिक कॉरिडोर के तहत जमीनों पर कब्‍जा कर रहे हैं। हम उन्‍हें निशाना बनाने के लिए हमले करते रहेंगे। बता दें कि चीन CPEC के तहत पाकिस्‍तान में 150 अरब डॉलर का निवेश कर रहा है।  CPEC चीन के राष्‍ट्रपति शी जिनपिंग के ड्रीम प्रॉजेक्‍ट बेल्‍ट एंड रोड का सबसे महत्‍वपूर्ण हिस्‍सा है। इसके जरिए चीन की सीधी पहुंच अरब सागर तक हो जाएगी।

 

चीन और पाकिस्‍तान की इस नापाक योजना का बलूच लोग विरोध कर रहे हैं। उनका कहना है कि पाकिस्‍तान सरकार इस इलाके के प्राकृतिक संसाधनों को निकालकर पंजाब के लोगों की तिजोरी भर रही है। सुरक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि बलूच विद्रोहियों ने कराची को अब अपना अड्डा बना लिया है जहां से वे चीनी नागरिकों को निशाना बना रहे हैं। 2018 में इस संगठन पर कराची में चीन के वाणिज्यिक दूतावास पर हमले के आरोप भी लगे थे।
 

Tanuja

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